दार्जिलिंग । पहाड़ी नेता विनय तमांग ने तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। हामरो पार्टी को हराकर अनीत थापा के भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा ने बुधवार को दार्जिलिंग नगर पालिका का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। इसके ठीक बाद विनय तमांग ने एक प्रेस वार्ता में तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफे देने की घोषणा की। विनय तमांग का दावा है कि पहाड़ी इलाकों में लोकतंत्र गहरे संकट में है। विनय का आरोप है कि बाहर के नेता कुछ पहाड़ी नेताओं को दूर से नियंत्रित कर पहाड़ी राजनीति को नियंत्रित कर रहे हैं। नतीजतन, राष्ट्रीय एकता और सुरक्षा के मामले में पहाड़ धीरे-धीरे संवेदनशील होता जा रहा हैं।
इसके बाद विनय ने कहा कि वह पहाड़ी लोगों के लिए अपना खून-पसीना बहाने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि वह पहाड़ों में लोकतंत्र की वापसी, भ्रष्टाचार को रोकने और पहाड़ी लोगों को संवैधानिक अधिकार देने के लिए जीवन भर काम करना चाहते हैं। हालांकि, विनय अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में कुछ भी नहीं बताना चाहते थे। बल्कि उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में वह अपनी भविष्य की योजनाओं को सार्वजनिक कर देंगे।
उसके बाद विनय ने कहा कि राज्य सरकार को पहाड़ी क्षेत्र में गैरलोकतांत्रिक गतिविधियों, बेलगाम भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। विनय ने मामले को ‘बेहद गंभीर’ बताते हुए ममता बनर्जी से त्वरित कार्रवाई करने की अपील की। गौरतलब है कि विनय तमांग ने 24 दिसंबर 2021 को कोलकाता के तृणमूल भवन में ब्रात्य बोस के हाथों से तृणमूल का झंडा ले लिया था। लेकिन हाल ही में विनय तमांग की कुछ गतिविधियां पार्टी से उनकी दूरी की पोल खोल रही थीं। विनय मंगलवार को अनीत थापा के खिलाफ बिमल गुरुंग-अजय एडवर्ड्स की बैठक में मौजूद थे।
जबकि तृणमूल नया बोर्ड बनाने के लिए अनीत थापा का समर्थन कर रही है, उसी समय विनय की स्थिति व्यावहारिक रूप से स्पष्ट हो गयी कि विनय दलबदल करने जा रहा है। इस दिन नगर परिषद में अनीत थापा की पार्टी का बहुमत साबित हुआ और बिनय ने नगर परिषद की कमान संभालने के लिए पार्टी छोड़ने की जानकारी दी। यहां तक कि उन्होंने कहा कि अगर पार्टी इसके लिए उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करती है तो वह मानने को तैयार हैं।