कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जेईई और नीट की परीक्षाओं के बहाने छात्रों से अपील की है कि साल 2021 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी की ‘राजनीतिक महामारी’ को हराने के लिए एकजुट हों। बीजेपी ने भी तुरंत पलटवार करते हुए ममता से ‘ओछी राजनीति का वायरस’ फैलाने से बचने को कहा।
शुक्रवार को तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर ममता ने छात्रों को ‘करो या मरो’ का नारा दिया। छात्र समुदाय से बीजेपी के हमलों पर पलटवार करने का आग्रह करते हुए ममता ने सितंबर में जेईई और नीट की परीक्षाएं कराने के फैसले के लिए केन्द्र पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के ‘अड़ियल रवैये’ से कोविड-19 के मामलों में इजाफा होगा, क्योंकि परीक्षाएं देने के लिए परीक्षा केन्द्र जाने से परीक्षार्थी भी संक्रमित हो सकते हैं।
ममता के इस बयान के बाद बीजेपी ने तुरंत पलटवार करते हुए बनर्जी से छात्रों का भविष्य दांव पर लगाकर ‘राजनीति नहीं करने’ और ‘ओछी राजनीति का वायरस’ फैलाने से बचने को कहा। इससे पहले बनर्जी ने वर्चुअल रैली में कहा, ‘बीजेपी हर किसी को धमका रही है, लेकिन हम सब पलटवार करने में सक्षम हैं। मैं युवाओं और छात्र नेताओं से कहती हूं कि वे बीजेपी की राजनीतिक महामारी के खिलाफ जंग लड़ें। वह विपक्षी दलों को काले कानूनों का इस्तेमाल कर निशाना बना रही है।’