नई दिल्ली। श्रद्धा वाल्कर की जघन्य हत्या जैसी ही एक और दर्दनाक घटना में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक महिला और उसके बेटे को उसके पति की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने हत्या के बाद शरीर को 10 टुकड़ों में काटा और उन टुकड़ों को न्यू अशोक नगर के नाले और पांडव नगर में रामलीला मैदान के पास फेंक दिया। पुलिस के मुताबिक, हत्या 30 मई को हुई थी और अब तक शरीर के छह टुकड़े बरामद किए जा चुके हैं, जबकि लापता अवशेषों की तलाश की जा रही है।
आरोपियों की पहचान पूनम और उसके बेटे दीपक के रूप में हुई है। सूत्रों ने कहा कि अंजन दास के शरीर को टुकड़े करने के बाद दोनों ने शरीर के अंगों को अपने फ्रिज में जमा कर लिया और धीरे-धीरे फेंकना शुरू कर दिया था। पुलिस ने कहा कि 5 जून को रामलीला मैदान में दुगर्ंध आने के बाद पुलिस ने परिसर का निरीक्षण किया और मानव अंग बरामद किए।
विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा, तीन से चार दिनों तक इलाके में तलाशी के दौरान, पुलिस को सिर समेत शरीर के कई हिस्से बरामद हुए। हालांकि, शव अज्ञात था, जिसके बाद पांडव नगर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरु कर दी।
पुलिस टीमों ने आसपास के निवासियों से बात की और उनसे पूछा कि क्या कोई गायब है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। सीसीटीवी फुटेज को स्कैन किया गया लेकिन कुछ भी ठोस नहीं मिला। यह एक ब्लाइंड केस लग रहा था। यादव ने कहा कि पुलिस टीमों द्वारा घर-घर जाकर जांच करने के बाद आखिरकार शव की पहचान की जा सकी।
पति के पिछले 7 से 8 महीने से लापता होने और कोई शिकायत दर्ज नहीं किए जाने का खुलासा होने के बाद पूनम पर नजर रखी गयी। पड़ोस में लगे सीसीटीवी कैमरों में दीपक देर रात हाथ में बैग लिए घूमता दिखा। उनके पीछे उनकी मां पूनम नजर आईं। पुलिस ने कहा कि प्लास्टिक की थैलियों में शवों को ठिकाने लगाने के दौरान वे कई बार सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए थे। दोनों से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।