लखनऊ : उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बाढ़ का कहर जारी है। राज्य के 18 जिलों के 1029 गांव सैलाब से प्रभावित हैं और इनमें से 620 गांव पूरी तरह जलमग्न हो गये हैं। प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने यहां बताया कि इस समय राज्य के 18 जिलों अम्बेडकर नगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कासगंज, लखीमपुर खीरी, कुशीनगर, मऊ, पीलीभीत, संतकबीर नगर तथा सीतापुर के 1029 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनमें से 620 गांवों का सम्पर्क राज्य के बाकी हिस्सों से कट गया है।
उन्होंने बताया कि राज्य में बाढ़ के कारण मजबूरन अपना घर—बार छोड़ने वाले लोगों के ठहरने के लिये कुल 370 शरणालय बनाये गये हैं। इस वक्त चार जिलों के 27 शरणालयों में 1488 लोग रह रहे हैं। गत 24 घंटे के दौरान बाढ़ पीड़ितों में कुल 7639 खाद्यान्न किट बांटी गयी हैं। गोयल ने बताया कि बाढ़ के हालात पर नजर रखने के लिये 784 बाढ़ चौकियां बनायी गयी हैं।
राहत एवं बचाव कार्यों के लिये एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की कुल 29 टीमें लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि इस समय प्रदेश में शारदा नदी पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इस बीच, आंचलिक मौसम केन्द्र की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में कुछ स्थानों पर बारिश हुई।
इस दौरान पलियाकलां (लखीमपुर खीरी) और नानपारा (बहराइच) में चार—चार सेंमी, भिनगा (श्रावस्ती) में तीन, बलिया और अयोध्या में दो—दो, भटपुरवाघाट (सीतापुर), बहेड़ी (बरेली), दातागंज (बदायूं) और स्वार (रामपुर) में एक—एक सेंमी वर्षा रिकॉर्ड की गयी। अगले 24 घंटों के दौरान राज्य के अनेक हिस्सों में बारिश होने की सम्भावना है।