कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में डेंगू से एक किशोर की मौत हो गई। किशोर कालियाचक थाने के सूजापुर इलाके का रहने वाला था। उसे कई दिनों से बुखार था। डॉक्टर की सलाह पर ब्लड टेस्ट कराया गया। टेस्ट में उसे डेंगू पॉजिटिव पाया गया। उसके बाद उसे मालदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों की कोशिश के बाद भी किशोर को नहीं बचाया जा सका। इधर मृतक किशोर के परिजनों से अस्पताल पर चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाया है।
मृतक के डेथ सर्टिफिकेट में डेंगू शॉक सिंड्रोम मौत की वजह बताई गई है। इधर बंगाल के अन्य जिलों में भी डेंगू के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बंगाल में डेंगू के आंकड़े दिल दहला देने वाले हैं। अब तक डेंगू संक्रमण मामला 52 हजार पार कर चुका है। पिछले कई सालों तुलना में इस साल डेंगू के आंकड़ों में कई गुना बढ़ोतरी हुई है। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक राज्य में सबसे ज्यादा चिंताजनक दक्षिण कोलकाता की है।
इसके बाद उत्तर 24 परगना, कोलकाता, हावड़ा, हुगली, मुर्शिदाबाद और उत्तर बंगाल के जिलों की स्थिति भी खराब है। इधर, कोलकाता नगर निगम की ओर से विभिन्न वार्डों में डेंगू रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। दक्षिण कोलकाता के वार्ड नंबर 82 डेंगू के हालात काबू के बाहर हैं।
पिछले हफ्ते मेयर अपने वार्ड में लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए सड़कों पर उतरे थे। उन्होंने खुद कहा कि हालांकि डेंगू पहले कम हुआ था,लेकिन फिर से बढ़ने लगा है। मेयर को देखकर अन्य वार्डों के पार्षद भी डेंगू से निपटने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। निगम की ओर से कीटनाशक का छिड़काव और जागरूकता का काम चल रहा है।