काली दास पाण्डेय, आगरा । ग्लैमर लाइव फिल्म्स, आईटीएचएम संस्थान, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में ‘ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2022’ का आयोजन पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी ताजनगरी आगरा में हो रहा है। 11 से 13 नवंबर तक अम्बेडकर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित होने वाले इस तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल के लिए अब तक 15 फिल्मों का पंजीकरण हो चुका है। फिल्म फेस्टिवल में फीचर फिल्मों के अलावा चयनित शॉर्ट फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, एनीमेशन और म्यूजिक वीडियो की भी स्क्रीनिंग की जाएगी। फेस्टिवल के ज्यूरी सदस्य फिल्मों को अंक प्रदान करेंगे। इसी आधार पर निर्माता और निर्देशकों को पुरस्कार दिए जाएंगे।
इस फिल्म समारोह का सह-आयोजक डा.अम्बेडकर विवि का आईटीएचएम संस्थान है। इसके निदेशक डॉ यूएन शुक्ल और डॉ. लव कुश मिश्रा के मुताबिक, समारोह के मास्टर्स टॉक शो और फिल्मी कार्यशालाएं आकर्षण का केंद्र रहेंगी। फिल्मों का प्रदर्शन विवि के खंदारी परिसर के जे.पी. सभागार में किया जाएगा। फिल्म फेस्टिवल के संरक्षक एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के सदस्य रंजीत सामा ने बताया कि समारोह में फेस्टिवल में कलाकार बृजेन्द्र काला, एक्टर उमेश बाजपेई के अलावा फ्रांसीसी अभिनेत्री मरीनो बोर्गो और इटली के फिल्मकार डेमेट्रियो कैसिले भी शिरकत करेंगे।
डॉ. बी.आर. अम्बेडकर वि.वि.के कुलपति प्रो. आशु रानी, मेयर नवीन जैन, सांसद एस.पी. सिंह बघेल, सांसद राजकुमार चाहर, कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, स्क्वाड्रन लीडर ए.के सिंह, कुलसचिव हिंदी संस्थान डॉ. चंद्रकांत त्रिपाठी, डॉ. महेश धाकड़, भगत सिंह बघेल, राजेन्द्र सचदेवा, वरिष्ठ कवि प्रो. सोम ठाकुर, गीतकार रामेन्द्र मोहन त्रिपाठी, गीतकार सुरेंद्र साथी, गायक करतार सिंह यादव, कवि ईशान देव, मंगल सिंह धाकड़, अरविन्द गुप्ता, नितिन गोयल आदि भी इस दौरान उपस्थित रहेंगे। समारोह में दादा साहेब फाल्के लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड और दादा साहब की पत्नी सरस्वती (जो भारतीय फिल्म जगत की पहली तकनीशियन थीं) को समर्पित एक अवॉर्ड भी दिया जाएगा।
फेस्टिवल के निदेशक और ग्लैमर लाइव फिल्म्स के संचालक सूरज तिवारी के मुताबिक इस तीन दिवसीय फिल्म फेस्टिवल के दौरान देश- विदेश के निर्माता, निर्देशक, प्रोडक्शन हाउस, लेखक, अभिनेता भी हिस्सा लेंगे। इन लोगों को आगरा और इसके निकटवर्ती इलाकों में उपलब्ध शूटिंग की लोकेशन भी दिखाई जाएगी। जिससे भविष्य में वो यहां अपनी फिल्मों को शूट करने का विचार बनाएं। इस से आगरा शहर और उत्तर प्रदेश को पहचान मिलेगी। फ़िल्म व पर्यटन से संबंधित उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा।