काली दास पाण्डेय, मुंबई । मुंबई से प्रकाशित समाचार पत्र ‘गऊ भारत भारती’ के तत्वाधान में गोरेगाँव (ईस्ट) मुम्बई स्थित चाफेकर चौक, संमित्र ग्राउंड में आयोजित सात दिवसीय ‘गऊ ग्राम महोत्सव – द फेस्टिवल ऑफ काऊ’ का उद्घघाटन पिछले दिनों 12 अक्टूबर को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने मंत्रोच्चार व रणभेरी के प्रफ्फुलित वातावरण में किया। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी जी ने अपने उद्बबोधन में गाय के महत्व पर प्रकाश डालते हुए…मनुष्य के जन्म से लेकर मृत्यु तक या गोवंश की उपयोगिता को लेकर श्रोताओं से सीधे संवाद स्थापित किया। उन्होंने रासायनिक खादों की अपेक्षा जैविक खादों के अधिक प्रयोग पर भी बल दिया और आगे कहा कि वर्तमान में गौ व गोवंश के प्रति सभी लोगों की जागरूकता व दिलचस्पी बढ़ रही है उन्होंने इस दिशा में कार्यरत निरंतर विभिन्न प्रकल्पों के तहत स्वयंसेवी संस्थाओं व गौशालाओं की भूमिका की सराहना की।
इस अवसर पर राज्यपाल श्री कोश्यारी जी ने महोत्सव के मुख्य संयोजक एवं संपादक संजय ‘अमान’ के प्रयासों की न सिर्फ सराहना की बल्कि लोगों से भी गऊ तथा गौवंश पर आधारित उत्पादों व उत्पादकों को भी प्रेरित करने हेतु उनके प्रयोग की अपील की। इस अवसर पर ‘रुचि कत्थक क्लासेस’, ‘मुद्रा उड़ीसी’ एवं अन्य संस्थाओं के कलाकारों द्वारा नृत्य का मंचन किये जाने के बाद करने पर राज्यपाल ने सभी कलाकारों को पुरस्कृत कर पारितोषिक की भी घोषणा की। जबकि केंद्रीय पशुपालन, दुग्ध व मत्त्स्य मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला जी ने अपने वीडियो संदेश में राज्यपाल एवं आमंत्रित अतिथियों का स्वागत करते हुए देश की अर्थव्यवस्था में गौवंश की जरूरत को आवश्यक बताया। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक संजय अमान ने अपने प्रस्तावना उद्धबोधन में जैविक प्रयोग व वर्तमान में गोवंश के प्रति जागरूकता के प्रचार प्रसार की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के मंच संचालक एवं उद्घघोषक संजय बलोदी ‘प्रखर’ सहित आयोजन समिति के मुख्य प्रतिनिधियों में रामकुमार कुमार पाल, संतोष शहाणे, महेंद्र भाई काबरा, एडवोकेट ज्ञान मूर्ति शर्मा, कपिल कियावत व विनय सिंह ने इस महोत्सव को सफल बनाने हेतु अपनी विशेष भूमिका एवं कर्तव्यों का निर्वहन किया। आयोजन समिति के सभी सदस्यों ने भविष्य में भी इसी प्रकार के आयोजन भारत के विभिन्न राज्यों में आयोजित करने की इच्छाएं व संभावनाएं व्यक्त की और कहा कि इसके लिए हमारा प्रयास आगे भी जारी रहेगा। उद्घाटन समारोह के अंत में स्थानीय पूर्व पार्षद ज्ञान मूर्ति शर्मा द्वारा आयोजन में भाग लेने वाले सभी सदस्यों एवं आमंत्रित अतिथियों का अभिवादन एवं धन्यवाद किया गया।
12 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक चलने वाले इस ‘गऊ ग्राम महोत्सव – द फेस्टिवल ऑफ काऊ’ में काऊ बेस इकोनॉमी, अर्थव्यवस्था को खड़ा करने के लिए भारतीय गौवंश से उत्पन्न विभिन्न प्रकार के प्रॉडक्ट (उत्पादों) की प्रदर्शनी लगाई गई है। इस अवसर पर विविध प्रकार के गीत-संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी जारी रहेंगे।