तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। पूर्व मेदिनीपुर जिलांतर्गत कोलाघाट प्रखंड के खान्याडीही ग्राम पंचायत क्षेत्र, पूर्वी सावरबेरिया गांव में पोल्ट्री और सुअर पालन के कारण हो रहे गंभीर प्रदूषण को देखते हुए क्षेत्र के निवासियों ने पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) से शिकायत की है। इस बाबत प्रखंड, अनुमंडल के बाद विगत एक अगस्त को जिला प्रशासन से शिकायत की गई थी।
जानकारी के मुताबिक उस संदर्भ में, पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने तुरंत बीडीओ को सुनवाई करने और आवश्यक उपाय करने के लिए क्षेत्र का दौरा करने का आदेश दिया। मामले में सुनवाई की व्यवस्था की और 15 सितंबर को फार्म का दौरा किया।निरीक्षण रिपोर्ट मिलने के बाद कोलाघाट प्रशासन ने 19 सितंबर को खन्याडीही ग्राम पंचायत प्रमुख को पत्र लिखकर एक सप्ताह के भीतर उचित कार्रवाई करने को कहा।
बताया गया है कि ग्राम पंचायत के मुखिया ने 21 सितंबर को पंचायत की आम बैठक बुलाकर सुअर फार्म को बंद करने का आदेश दिया। प्रदर्शनकारियों की ओर से हरिपद दास, रवींद्र नाथ मान्ना और महादेव जाना ने कहा कि सरकार के निर्देश का पालन करते हुए पोल्ट्री और सुअर फार्मों को जल्द से जल्द बंद किया जाए। नहीं तो भयानक प्रदूषण के शिकार लोगों को एक बड़ा आंदोलन शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
पर्यावरण प्रदूषण निवारण समिति के प्रवक्ता नारायण चंद्र नायक ने कहा कि घनी आबादी वाले क्षेत्रों में अवैध फार्मों के निर्माण से गंभीर प्रदूषण हो रहा है अतः प्रशासन ने उचित कार्रवाई की है। मैं शीघ्र क्रियान्वयन की मांग करता हूं। संयोग से अवैध सुअर फार्म में 203 सूअर और पोल्ट्री फार्म में 45 पक्षी हैं। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि सुअर और पक्षियों का कचरा आसपास के खेत को भी बर्बाद कर रहा है।