कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में पुरी जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर जगन्नाथ मंदिर बनाने की योजना का अनावरण किया। नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, मंदिर पुराने दीघा समुद्र तट पर 2 एकड़ के भूखंड पर बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री दीघा में अपनी तरह के अनूठे विश्व बांग्ला कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन करने के लिए दीघा में थीं, जिसकी आधारशिला 2017 में रखी गई थी। केंद्र को प्रदर्शनियों और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों की मेजबानी के लिए बनाया गया था, साथ ही व्यापार को बढ़ावा देने के लिए बैठकें भी की गई थीं। इस क्षेत्र में पर्यटन और वाणिज्य।
इसका जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों के लिए जल्द ही जगन्नाथ मंदिर जैसा आकर्षण होगा, जहां मूर्तियां पुरी के जितनी बड़ी होंगी। ममता ने पर्यटकों से दीघा की यात्रा करने का आग्रह करते हुए कहा कि समुद्र तट शहर अब एक आकर्षक गंतव्य में बदल गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से कहा कि राजनीतिक उथल-पुथल के कारण दार्जिलिंग को एक आकर्षक गंतव्य बनाने के राज्य के प्रयास विफल होने के बाद सरकार इस जगह को बंगाल में एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही थी।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पश्चिम बंगाल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और आश्वासन दिया कि एक बार मंदिर तैयार और जनता के लिए खुला है, यह क्षेत्र स्वचालित रूप से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगा। उन्होंने कहा कि आगंतुक दीघा समुद्र तट पर मस्ती कर सकते हैं, समुद्र में स्नान का आनंद ले सकते हैं और फिर मंदिर में पूजा कर सकते हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि दीघा में जगन्नाथ मंदिर 2.24 करोड़ की अनुमानित लागत से बनाया जाएगा। इस तटीय शहर के साथ, राज्य सरकार ताजपुर, मंदारमणि और शंकरपुर जैसे स्थानों को विकसित करने के लिए योजनाएं भी शुरू करने की योजना बना रही है।