कोलकाता। हर घर नल का जल पहुंचाने की केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना में पश्चिम बंगाल पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकारी राज्य है। राज्य में जलस्वप्न नाम से चलने वाली इस परियोजना के तहत अब तक 46 लाख से अधिक घरों में पानी का कनेक्शन पहुंच चुका है। घर-घर पानी पहुंचाने के मामले में पूर देश में पश्चिम बंगाल पहले नंबर पर है। राज्य के काम से खुश केंद्र ने हाल ही में इस प्रोजेक्ट के लिए बंगाल को एक हजार करोड़ रुपये दिए हैं। इस बार राज्य के जलस्वप्न प्रोजेक्ट की सराहना केंद्रीय जन स्वास्थ और कारीगरी विभाग के अधिकारियों ने की है।
राज्य सचिवालय में मुख्य सचिव हरि कृष्ण द्विवेदी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसमें सभी जिलों के जिलाधिकारियों के अलावा केंद्रीय जन स्वास्थ्य कारीगरी विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। इसी बैठक में केंद्रीय अधिकारियों ने राज्य में हर घर नल से जल परियोजना के बेहतर क्रियान्वयन की सराहना की है। नवान्न सूत्रों के अनुसार मंगलवार को बैठक में मुख्य सचिव ने यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया कि दिसंबर तक हर स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और शिक्षण संस्थानों में पानी की लाइन पहुंचा दी जाए।
इस संदर्भ में तृणमूल प्रदेश महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि केंद्र ने राज्य की जल वितरण परियोजना की काफी सराहना की है। उन्होंने यह भी बताया कि सोमवार को जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के रिकॉर्ड के अनुसार कोलकाता में देश के अन्य शहरों की तुलना में सबसे कम गंभीर अपराध दर्ज हैं। विशेष और स्थानीय कानूनों की दृष्टि से भी कोलकाता में अपराध दर बहुत कम है।
2021 एनसीआरबी के रिकॉर्ड के अनुसार, गंभीर अपराधों के लिए कोलकाता की अपराध दर केवल 92.6 प्रति लाख जनसंख्या है। दिल्ली में अपराध दर 1771.7 है, जो कोलकाता से 19 गुना अधिक है। गंभीर अपराध दर गुजरात के अहमदाबाद में 388.3, सूरत में 700, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 488.6, कानपुर में 247.8, राजस्थान के जयपुर में 759.5, मुंबई में 345.9, चेन्नई में 529.9, हैदराबाद में 231.7 है।