ईडी की पूछताछ में आपा खो बैठे बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी!

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हुए शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार प्रदेश के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी ईडी की पूछताछ में एक तरफ जहां आपा खो रहे हैं। वही पूछताछ में तनिक भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने पूछताछ के बाद बयान की कॉपी फाड़ दी। जेल में बंद होने के बावजूद पूर्व शिक्षा मंत्री का गुस्सैल स्वभाव अभी तक बरकरार है। ईडी ने कोर्ट में कम से कम यही दावा किया है। ईडी के वकील ने कहा कि जेल में पूछताछ के बाद जब अधिकारी पूर्व मंत्री से बयान की कापी पर हस्ताक्षर कराने गए तो उन्होंने इसे फाड़ दिया।

उन्होंने अपनी करीबी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी के घर से बरामद की गई बड़ी रकम के स्त्रोत का पर्दाफाश करने से भी इन्कार कर दिया है। ईडी ने अदालत में दावा किया कि पार्थ के नाम से 60 बैंक खातों और 30 मुखौटा कंपनियों का पता लगाया गया है। कल पार्थ और अर्पिता को 14 दिन की जेल हिरासत में भेज दिया गया है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की कैबिनेट में नंबर दो माने जाने वाले और लगातार 11 वर्षों तक मंत्री रहे पार्थ चटर्जी को कभी तृणमूल नेता पार्टी के लिए शर्मिंदगी बता रहे हैं तो अब कैंसर बता दिया है।

तृणमूल कांग्रेस के नेता और न्यू बैरकपुर नगरपालिका के चेयरमैन प्रबीर साहा ने कहा कि बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पार्टी के लिए कैंसर की तरह थे और वे भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल थे, इसलिए उन्हें हटाना पड़ा। बता दें कि इससे पहले तृणमूल के कद्दावर मंत्री व नेता फिरहाद हकीम और वरिष्ठ सांसद सौगत राय ने कहा था कि पार्थ को लेकर हम लोग लज्जित हैं। जिस पार्थ को हमलोग जानते थे वह ऐसे नहीं थे।

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