मुंबई। वैश्विक बाजार की मजबूती से निवेशकों की जबरदस्त लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह लगभग दो प्रतिशत की छलांग लगा चुका शेयर बाजार अगले सप्ताह खुदरा और थोक महंगाई के आंकड़ों के साथ ही कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के जारी होने वाले परिणाम के इशारे पर चलता नजर आएगा। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1074.85 अंक यानी 1.84 प्रतिशत उछलकर 59 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर के पार 59462.78 अंक पर रहा। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 300.65 अंक उछलकर 17698.15 अंक पर पहुंच गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तरह छोटी और मझौली कंपनियों में भी लिवाली का जोर रहा। इससे मिडकैप 286 अंक की तेजी लेकर सप्ताहांत पर 24765.05 अंक और स्मॉलकैप 300.83 अंक मजबूत होकर 27905.91 अंक पर रहा। विश्लेषकों के अनुसार, जुलाई का उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई का आंकड़ा शुक्रवार शाम जारी हुआ। खुदरा महंगाई जून के 7.01 प्रतिशत से घट कर 6.71 पर आ गई।
इसके साथ ही जुलाई के थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई के आंकड़े अगले सप्ताह जारी होंगे। इन दाेनों आंकड़ों पर निवेशकों की प्रतिक्रिया होगी और इसी अनुरूप बाजार की चाल निर्धारित होगी। इसके अलावा अगले सप्ताह बीएसई में आखरी बैच की दिग्गज, मझौली और छोटी कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के आंकड़े जारी होने हैं। इन सभी कारकों का असर भी बाजार पर देखा जा सकेगा।