कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा शिक्षक भर्ती घोटाले में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। इस कड़ी में से जुड़े दक्षिण कोलकाता स्थित एक अपार्टमेंट में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। इस घोटाले में बंगाल सरकार के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया गया है। फोर्ट ओएसिस परिसर स्थित यह अपार्टमेंट लॉक था, ऐसे में एक ताला खोलने वाले को बुलाया गया। जांच एजेंसी का दावा है कि यह राशि शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों की नियुक्ति से संबद्ध है जब टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी 2016 में शिक्षा मंत्री थे।
बता दें कि 23 जुलाई को की गई गिरफ्तारी के बाद से ईडी ने कोलकाता में अर्पिता मुखर्जी से जुड़े फ्लैट्स में छापेमारी की है जिसमें करीब 50 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की गई है। चटर्जी पिछले सप्ताह तक पश्चिम बंगाल सरकार में उद्योग मंत्री थे। बाद में सीएम ममता बनर्जी ने मंत्री पद से हटाने के साथ पार्टी से भी सस्पेंड कर दिया है। इधर, टीएमसी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नीत केंद्र सरकार द्वारा ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है। उसने मामले की समयबद्ध जांच की मांग की है।
इस बीच, कोलकाता की एक विशेष अदालत ने एसएससी घोटाला मामले में पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को तीन दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस विशेष अदालत से चटर्जी की चार दिनों की और मुखर्जी की भी तीन दिनों की हिरासत मांगी थी। ईडी ने मुखर्जी के आवास से गहनों एवं अन्य बेशकीमती सामान के अलावा करोड़ों रुपये नकद बरामद किए थे।