कोलकाता/नयी दिल्ली। पश्चिम बंगाल से कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘राष्ट्रपत्नी’ कह कर विवादों में घिर गए हैं। हालांकि उन्होंने अपनी सफ़ाई में बाद में ये कहा कि “मैं जानता हूं कि भारत की राष्ट्रपति चाहे कोई भी हो वे हमारे लिए राष्ट्रपति ही हैं। ये शब्द बस एक बार निकला है। ये चूक हुई है लेकिन सत्ताधारी पार्टी के कुछ लोग राई का पहाड़ बना रहे हैं। “दो दिन से जब हम विजय चौक के तरफ जा रहे थे। हमसे पूछा जा रहा था कि आप कहा जा रहे हैं? हम उनसे कह रहे थे कि हम राष्ट्रपति भवन जाना चाहते हैं और राष्ट्रपति से मिलना चाहते हैं।
कल मुझसे गलती से ये (राष्ट्रपत्नी) शब्द निकला था। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, संसद के मॉनसून सत्र के दौरान इस मुद्दे पर काफी हंगामा हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अधीर रंजन चौधरी की ‘राष्ट्रपत्नी’ वाली टिप्पणी को लेकर बीजेपी कांग्रेस से माफी मांगने की मांग कर रही है। लोकसभा की कार्यवाही स्थगित की गई। इससे पहले भाजपा सांसदों ने इस टिप्पणी को लेकर संसद में विरोध प्रदर्शन किया।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “अगर वे चाहें तो मुझे फांसी पर लटका दें. मैं सज़ा भुगतने के लिए तैयार हूं लेकिन उन्हें इस विवाद में क्यों खींचा जा रहा है?” राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के कथित तौर पर अपमान के सवाल पर उन्होंने कहा, “मैं राष्ट्रपति के अपमान के बारे में सोच भी नहीं सकता हूं। वो बस एक गलती थी। अगर राष्ट्रपति जी को बुरा लगा हो तो मैं खुद निजी तौर पर उनसे मिलकर माफी मांग लूंगा।”
इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा, “जब से द्रौपदी मुर्मू का नाम राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में घोषित हुआ तब से ही द्रौपदी मुर्मू कांग्रेस पार्टी की घृणा और उपहास का शिकार बनीं। कांग्रेस पार्टी ने उन्हें कठपुतली कहा। कांग्रेस आज भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पा रही कि एक आदिवासी महिला इस देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद को सुशोभित कर रही हैं।
सोनिया गांधी द्वारा नियुक्त नेता सदन अधीर रंजन ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्र की पत्नी के रूप में संबोधित किया।” इससे पहले जब सोनिया गांधी से अधीर रंजन से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे माफी मांग चुके हैं लेकिन अधीर रंजन चौधरी ने कहा था, “माफी मांगने का सवाल ही नहीं पैदा होता है. मैंने गलती से राष्ट्रपत्नी कह दिया था। सत्तारूढ़ पार्टी जानबूझ कर इसे राई का पहाड़ बना रही है।”