बर्मिंघम। भारत के नए टेस्ट कप्तान जसप्रीत बुमराह काफ़ी उत्साहित नज़र आए। उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए एक बड़ी उपलब्धि है, एक बड़ा सम्मान है। मेरे लिए टेस्ट मैच खेलना एक सपना था और ऐसा मौक़ा मिलना शायद मेरे करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। मैं बहुत ख़ुश हूं कि मुझे यह मौक़ा दिया गया है।” गुरुवार सुबह ही प्रमुख कोच राहुल द्रविड़ ने रोहित शर्मा के पॉज़िटिव पाए जाने के बाद बुमराह को कप्तान नियुक्त किए जाने की सूचना दी। बुमराह ने कहा, “हम रोहित (की रिपोर्ट की पुष्टि होने) का इंतज़ार कर रहे थे। आज (गुरुवार) सुबह भी हमने एक टेस्ट किया और वह उसमें पॉज़िटिव पाए गए।
फिर कोच के साथ मेरी बातचीत हुई जिसके बाद उन्होंने कप्तानी की घोषणा की।” आईसीसी की टेस्ट गेंदबाज़ों की रैंकिंग में तीसरे स्थान पर विराजमान बुमराह ने सबसे पहले यह ख़बर अपने परिवारजनों को सुनाई। “जब मुझे इस उपलब्धि के बारे में पता चला तो मैंने अपने परिवार को बताया। मैं ख़ुश हूं और उन्हें मुझ पर गर्व है। मुझे ख़ुद पर गर्व हो रहा है।” दिसंबर 2018 में दक्षिण अफ़्रीका दौरे पर अपना टेस्ट डेब्यू करने के बाद से बुमराह भारतीय टीम की महत्वपूर्ण कड़ी बन चुके हैं।
पटौदी ट्रॉफ़ी के पहले चार मैचों में 20.83 की औसत से 18 विकेट लेकर वह भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ थे। वह एक साल बाद और अनुभवी हैं और श्रीलंका के ख़िलाफ़ भारत की पिछली टेस्ट सीरीज़ में उपकप्तान भी रह चुके हैं। उस समय बुमराह ने कहा था कि वह प्रेरित हैं और भविष्य में भारत का नेतृत्व करने की ज़िम्मेदारी से हिचकिचाएंगे नहीं।
अब कप्तान चुने जाने के बाद वह अतिरिक्त ज़िम्मेदारी के बारे में जानते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे लिए कुछ बदलेगा नहीं, मुझे अब भी अपना काम करना है। आप अपना काम सही ढंग से करते हुए टीम को एकजुट रख सकते हो। मैं यही करना चाहता हूं। हमारे पास एक अच्छी और अनुभवी टीम है। साथ ही मेरी मदद करने के लिए कई लोग मौजूद हैं। मैं टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना चाहता हूं।”