नई दिल्ली । कांग्रेस नेताओं के ईडी मार्च की आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा है कि कांग्रेस जांच एजेंसी ( ईडी) पर दबाव डालने की कोशिश कर रही है और यह लोकतंत्र नहीं, गांधी परिवार की 2 हजार करोड़ की संपत्ति को बचाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि काले धन और भ्रष्टाचार के मामले में जांच एजेंसी और कानून अपना काम कर रही है क्योंकि देश में कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि पूरी दिल्ली को घेर लिया गया है क्योंकि जो जेल से बेल पर है उन्होंने अपने भ्रष्टाचार का खुलासा होने पर जांच एजेंसी पर दबाव डालने के लिए देश भर से अपने वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली बुलाया है।
राहुल गांधी को भ्रष्टाचार के मामले में जांच एजेंसी द्वारा तलब करने और कांग्रेस पर दिल्ली में अराजकता फैलाने का आरोप लगाते हुए ईरानी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का यह मार्च लोकतंत्र को बचाने के लिए नहीं बल्कि गांधी खानदान की 2 हजार करोड़ रुपये की संपत्ति को बचाने का प्रयास है। केंद्रीय मंत्री ने गांधी परिवार पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि 1930 में पांच हजार से ज्यादा स्वतंत्रता सेनानियों को शेयर होल्डर बनाने के साथ अखबार के प्रकाशन को लेकर एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड कंपनी की शुरूआत की गई थी लेकिन आज इसका मालिकाना हक गांधी परिवार के पास है और यह रियल एस्टेट का कारोबार कर रही है।
गांधी परिवार पर हवाला कारोबार में जुटी कंपनियों के साथ भी संबंध रखने का आरोप लगाते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि यंग इंडिया कंपनी का गठन समाज सेवा के लिए किया था लेकिन यह समाज की बजाय सिर्फ गांधी परिवार की सेवा तक ही सीमित हो गई। स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के समर्थन में दिल्ली में जुटे नेताओं को राहुल से सवाल पूछने की नसीहत देते हुए कहा कि, आज जो लोग जांच एजेंसी पर दबाव डालना चाहते हैं, उन्हें दिल्ली हाई कोर्ट के 2019 के जजमेंट के वाक्य पर गौर करना चाहिए जिसमें अदालत ने कहा था कि, ‘एजीएल के ऊपर राहुल और सोनिया गांधी का मालिकाना हक गैरकानूनी तौर पर संपत्ति पर अधिकार जमाने का एक प्रयास है।’
रियल एस्टेट कारोबार को लेकर गांधी परिवार के मोह पर कटाक्ष करते हुए ईरानी ने कहा कि इस पूरे मामले से यह साबित होता है कि रियल एस्टेट कारोबार से सिर्फ जीजाजी ही नहीं बल्कि पूरे गांधी परिवार को लगाव है। कांग्रेस नेताओं के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि जिसकी पार्टी एक अंग्रेज ने बनाई थी वो अंग्रेजों पर टिप्पणी न ही करे, तो बेहतर है। उन्होंने कहा कि डरपोक वो होता है जो दुनिया भर से लोगों को अपनी मदद के लिए बुलाता है।