नयी दिल्ली। रैसी वान डेर डुसेन (75) और डेविड मिलर (64) की विस्फोटक पारियों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने गुरुवार को हुए पहले टी20 मुकाबले में भारत को पांच गेंद शेष रहते सात विकेट से मात देकर उसका विश्व रिकॉर्ड बनाने का सपना तोड़ दिया। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में 212 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका ने 19.1 ओवर में ही तीन विकेट पर 212 रन बनाकर भारत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। भारत इस समय लगातार टी20 मैच जीतने के मामले में अफगानिस्तान और रोमानिया की बराबरी पर है।
तीनों टीमों ने लगातार 12-12 मैच जीते हैं। यदि भारत यह मैच जीतता तो वह लगातार टी20 मैच जीतने में नया विश्व रिकॉर्ड बनाता, लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने उसकी उम्मीदों को पूरा नहीं होने दिया। भारत के 211 रन का जवाब देते हुए दक्षिण अफ्रीका ने कप्तान तेम्बा बावुमा को मैच के तीसरे ओवर में ही खो दिया। भुवनेश्वर कुमार ने बावुमा को महज़ 10 (8) रन पर विकेटकीपर रिषभ पंत के हाथों कैच आउट कराया।
तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने उतरे ड्वेन प्रिटोरियस ने 29(13) रन का विस्फोटक कैमियो खेला।
प्रिटोरियस ने अपनी पारी में चार छक्के और एक चौका लगाया जिसकी बदौलत अफ्रीका ने 4.3 ओवर में ही 50 रन पूरे कर लिये। दक्षिण अफ्रीका के पांच ओवर में 60 रन होने के बाद भारत पर दबाव बन रहा था, लेकिन हर्षल पटेल ने छठे ओवर में सिर्फ एक रन देकर प्रिटोरियस का महत्वपूर्ण विकेट लिया और पावरप्ले में अफ्रीका को 61 रन पर रोक दिया। आठवें ओवर में जब अफ्रीका 81/2 पर थी तब क्विंटन डि कॉक (22) भी आउट हो गये। इसके बाद अफ्रीका की पारी थम गयी और उन्हें 100 रन तक पहुंचने में 11.5 ओवर लग गये।
अफ्रीका को नौ ओवर में जीत के लिये 120 रन चाहिये थे, तभी डेविड मिलर ने पारी का गियर बदला और उनकी टीम ने अगले चार ओवर में 56 रन जोड़े। यहां से मिलर-डुसेन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आखिरी ओवर की पहली गेंद पर मैच अपने नाम कर लिया। मैच के 16वें ओवर में श्रेयस अय्यर ने आवेश खान की गेंद पर रैसी वान डर डुसेन का कैच छोड़ा, जो भारत को अंततः महंगा साबित हुआ। डुसेन ने 46 गेंदों पर नाबाद 75 रन की मैच विजयी पारी में सात चौके और पांच छक्के लगाये, जबकि मिलर ने चार चौके और पांच छक्कों की बदौलत 31 गेंदों में नाबाद 64 रन बनाये।
मैच में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत ने इशान किशन (76), श्रेयस अय्यर (36) और हार्दिक पांड्या (31) की तूफानी पारियों की बदौलत चार विकेट पर 211 रन बनाए लेकिन दक्षिण अफ्रीका ने अंत में इस बड़े स्कोर को भी छोटा साबित कर दिया। भारत को अच्छी शुरुआत दिलाते हुए रुतुराज गायकवाड़ और इशान किशन ने पावरप्ले में 51 रन जोड़े। अफ्रीका को मैच में वापसी कराते हुए वेन पार्नेल ने सातवें ओवर में रुतुराज गायकवाड़ को तेम्बा बावुमा के हाथों कैच आउट करवाया।
तीसरे नंबर पर बल्लेबाज़ी करने आये श्रेयस अय्यर ने बाएं हाथ के चाइनामैन तबरेज़ शम्सी को निशाना बनाते हुए पारी की रफ़्तार बढ़ाई और भारत ने 9.4 ओवर में ही 100 रन का आंकड़ा छू लिया। अय्यर को पारी में एक जीवनदान भी मिला जब उन्होंने केशव महाराज की गेंद पर आगे बढ़कर शॉट लगाना चाहा और क्विंटन डि कॉक उन्हें स्टंप-आउट करने से चूक गये। उस समय अय्यर 25 रन पर खेल रहे थे, हालांकि वह इसका फायदा नहीं उठा सके और इसके बाद खेली गयी 14 गेंदों पर उन्होंने सिर्फ 11 रन बनाये।
अय्यर ने अपनी 36 (27) रन की पारी में एक चौका और तीन छक्के लगाये।दूसरी ओर इशान किशन ने अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद हाथ खोले और महाराज के तीसरे एवं मैच के 13वें ओवर में दो छक्के और दो चौके लगाये, मगर वह इसी ओवर की आखिरी गेंद पर ट्रिस्टन स्टब्स को कैच थमा बैठे। इशान ने 11 चौकों और तीन छक्कों की बदौलत 48 गेंदों पर 76 रन की पारी खेली। पारी के आखिरी चार ओवरों में भारत ने हार्दिक पांड्या और रिषभ पंत (29) की बदौलत 56 रन जोड़े। पंत ने 16 गेंदों की अपनी पारी में दो छक्कों और दो चौकों की बदौलत 29 रन बनाये, जबकि पांड्या ने 12 गेंदें खेलकर दो चौकों और तीन छक्कों की बदौलत 31 रन जोड़े।
दक्षिण अफ्रीका के लिये पार्नेल ने किफ़ायती गेंदबाज़ी करते हुए अपने चार ओवर में 32 रन देकर एक विकेट लिया। अफ्रीका के दोनों स्पिन गेंदबाज़ महंगे साबित हुए। महाराज ने तीन ओवर में इशान किशन के विकेट के बदले 43 रन दिये, जबकि तबरेज़ शमसी दो ओवर में 27 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके। इसके अलावा कागिसो रबाडा ने चार ओवर में 35 रन, आनरिक नॉर्खेया ने चार ओवर में 36 रन और ड्वेन प्रिटोरियस ने तीन ओवर में 35 रन दिये। नॉर्खेया-प्रिटोरियस को एक-एक विकेट भी हासिल हुआ।