वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि उत्तर कोरिया में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए अमेरिका की ओर से उत्तर कोरिया को वैक्सीन का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन उत्तर कोरिया ने अभी तक इसका कोई जवाब नहीं दिया है। उत्तर कोरिया ने पहली बार आधिकारिक तौर पर अपने यहां कोरोना संक्रमण के मामलों के होने की पुष्टि की है।उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया के मुताबिक, देश में क़रीब 25 लाख लोग ‘बुखार’ की चपेट में हैं और उत्तर कोरिया में राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन घोषित है। ऐसा माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया में स्थिति काफी गंभीर है क्योंकि उत्तर कोरिया में कम पैमाने पर टेस्ट हो रहे हैं और वैक्सीन की सप्लाई भी बहुत सीमित है।
जो बाइडन ने अपने दक्षिण कोरियाई दौरे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेस में यह बात कही। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल के साथ बयान जारी करते हुए बाइडन ने कहा कि हमने ना सिर्फ़ उत्तर कोरिया को बल्कि चीन को भी वैक्सीन का प्रस्ताव दिया था। हालांकि हमें अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के लिए अब तक के सबसे बड़े राहत पैकेज पर हस्ताक्षर किए हैं। सैन्य, आर्थिक और मानवीय सहयोग वाला ये पैकेज करीब चालीस अरब डॉलर का है।
इसी बीच अपनी दक्षिण कोरिया यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है कि यदि उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन सीधी वार्ता के लिए गंभीरता दिखाते हैं तो वो उनसे मिलने के लिए तैयार हैं। बाइडन ने ये भी कहा है कि वो उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ दक्षिण कोरिया की सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए भी क़दम उठाने को तैयार हैं। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति यून सुक योल ने राष्ट्रपति बाइडन के साथ दक्षिण कोरिया में अतिरिक्त अमेरिकी लड़ाकू विमान, मिसाइलें और सैनिक तैनात करने की संभावना पर भी चर्चा की।राष्ट्रपति बाइडन से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप किसी उत्तर कोरियाई शासक से मिलने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति थे।