तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । नेहरू युवा केंद्र संगठन, पश्चिम बंगाल के तत्वावधान में “द फार्न रेसिडेन्सि” में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया जो 9 मई से 11 मई तक चला। इस प्रशिक्षण का विषय था नेहरू युवा केंद्र द्वारा परिचालित नमामि गंगे प्रकल्प में युवाओं की सहभागिता। जिसमें मालदा, दक्षिण 24परगना, पूर्व मेदनीपुर, नदिया तथा हावड़ा के जिला युवा अधिकारी समूहों तथा जिला परियोजना अधिकारी सहित राज्य निर्देशक पश्चिम बंगाल- अंदमान-निकोवार राज्य परियोजना सहायक समेत कुल 11 प्रतिनिधि उपस्थित थे।
कार्यक्रम मे गंगा नदी में प्रदूषण की स्थिति और समस्या और उसका प्रभाव, गंगा नदी का भौगोलिक विस्तार और जनसंख्या पर इसका प्रभाव, गंगा नदी पर समग्र दृष्टिकोण और व्यक्तिगत संपर्क तथा सहकर्मी शिक्षा कार्यक्रम, गंगा नदी की जैव विविधता, लोक नाटक, नुक्कड़ नाटक, लोक गीत का विकास और अंगीकरण, परियोजना को शुरू करने के लिए संस्थागत तंत्र का विकास, युवा स्वयंसेवकों को जुटाना व गंगादूत आदि विषय पर चर्चा करते हुए सुव्रत हलधर, कार्यकारी अभियंता ओयाटार इनवेस्टिगेशन एन्ड डवलपमेंट, पश्चिम बंगाल, डॉ. विश्वजीत् राय चौधरी- चेयरमैन, एसएआइएआरडी।
अशोक सान्याल-वायोडाइभारसिटि बोर्ड, पश्चिम बंगाल, रतन बसु-एनजिओ कलसालटेन्ट, कामिनी गुच्छाइत समाजसेवी, सोमनाथ सिंह राय-कार्यसंस्थापक, चाइल्ड फन्ड इन्टरनेशनल प्रोग्राम से रिसोर्स प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम मे नन्दिता भट्टाचार्य, राज्य निर्देशक, पश्चिम बंगाल-अन्दमान निकोवार, विनय दास- राज्य परियोजना सहायक पश्चिम बंगाल तथा विनय कुमार -राज्य निर्देशक एनएसएस से उपस्थित थे। शिविर में आलोच्य विषयों पर गहन मंथन हुआ।