अभिषेक को ममता के वारिस के तौर पर पेश करने की कोशिश, वरिष्ठ नेताओं ने जताई नाराजगी

कोलकाता। ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को राज्य का मुख्यमंत्री और ममता का उत्तराधिकारी बनाने की बहस चल रही है। इसी बीच, बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पुराने नेताओं के एक वर्ग ने राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी को पार्टी सुप्रीमो ममता बनर्जी के उत्तराधिकारी के तौर पर पेश करने के दो नेताओं के हालिया प्रयास पर आपत्ति जताई है। इन नेताओं ने कहा है कि शीर्ष नेतृत्व ऐसी टिप्पणियों का अनुमोदन नहीं करता है। टीएमसी के एक दिग्गज नेता ने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों को नजरअंदाज करना सबसे अच्छा है। तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि ऐसे बयानों को महत्व देने की कोई जरूरत नहीं है।

शीर्ष नेतृत्व इस तरह की टिप्पणियों को स्वीकार नहीं करता। बंगाल में टीएमसी की तीसरी जीत की पहली सालगिरह के मौके पर कुणाल घोष ने कहा था कि अभिषेक बनर्जी 2036 में राज्य के मुख्यमंत्री बन जाएंगे। उन्होंने ट्वीट में कहा था, ‘तृणमूल कांग्रेस के एक सैनिक के तौर पर, मैं कह सकता हूं कि ममता बनर्जी 2036 तक बंगाल की मुख्यमंत्री बनी रहेंगी। 2036 में वह एक अभिभावक के तौर पर एक कार्यक्रम में मौजूद होंगी जहां अभिषेक बनर्जी मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।’

उन्होंने आगे कहा था कि ममता बनर्जी ज्योति बसु का सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड तोड़ेंगी। बसु 21 जून 1977 से पांच नवंबर 2000 यानी 23 साल तक बंगाल के मुख्यमंत्री रहे थे। पूरे देश में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने का रिकॉर्ड पवन कुमार चामलिंग के नाम है। वह दिसंबर 1994 से मई 2019 तक यानी 24 साल तक सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे थे।

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