खड़गपुर : इतिहास के अध्ययन और शोध में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए उन्हें इस वर्ष एशियाटिक सोसाइटी का आरपी चंद्र मेमोरियल अवार्ड मिला है। इस कॉलेज की पूर्व छात्रा डॉ. अन्नपूर्णा चटर्जी ने इतिहास के शोध के लिए अपना घर मेदिनीपुर कॉलेज को दान कर दिया। बता दें कि इतिहास के अध्ययन और शोध में उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए उन्हें इस वर्ष एशियाटिक सोसाइटी का आरपी चंद्र स्मृति पुरस्कार मिला है। मेदिनीपुर कालेज के प्राचार्य गोपाल चंद्र बेरा को सौंपे अपने वसीयत व घर के दस्तावेज में उन्होंने अपनी इच्छा व्यक्त की है। वह खुद इस कॉलेज की पूर्व छात्रा हैं। मेदिनीपुर गोप (महिला) कॉलेज में पढ़ाया है।
उम्र 91 साल, वर्तमान में एशियाटिक सोसाइटी में शोध कर रही हैं। इतिहास के अध्ययन में डूबे रहने के चलते वह पारिवारिक जीवन में प्रवेश नहीं कर सकी। वे कॉलेज आई और कहा कि वे पहले भी संयुक्त मकान में रहती थी। बाद में उन्होंने खुदीराम नगर, मेदिनीपुर में मीको लेन में दो मंजिला मकान बनवाया। वह 1998 से वहां अकेले रह रही हैं। 2 पूर्णकालिक नौकरानियां हैं। वे उसकी देखभाल करती हैं। उन्होंने हाल ही में कॉलेज की 150वीं वर्षगांठ समारोह में कॉलेज को यह प्रस्ताव दिया। गोपाल चंद्र बेरा ने कहा कि वह अभी भी इतिहास के बारे में लिख रही हैं।