रंग की बारिश में भीगा ये जहाँ अच्छा लगा,
झूमने धरती लगी, ये आसमां अच्छा लगा।
“यह भेद भाव करने का नहीं, बल्कि भाईचारे की भावना से आनंदित होने का समय है।” -डॉ नंद किशोर गर्ग
रोहिणी, दिल्ली :16 मार्च 2022 होली – रंगों का त्योहार जो आनंद और उत्सव का अग्रदूत है और साथ ही दिलों को जोड़ने वाला है, महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के परिसर में बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। इस शुभ अवसर पर महाराजा अग्रसेन टेक्निकल एजुकेशन सोसाइटी के संस्थापक अध्यक्ष और मुख्य सलाहकार डॉ. नंद किशोर गर्ग ने शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण समाज के निर्माण के लिए सार्वभौमिक भाईचारे और सामाजिकता पर जोर दिया। अपने संबोधन में उन्होंने दर्शकों को देश के कोने-कोने में देशभक्ति का रंग बिखेरने के लिए वर्ग और जाति के क्षुद्र मुद्दों से ऊपर उठने के लिए प्रोत्साहित किया। आगे उन्होंने कहा कि आपसी मतभेद भूलकर एक साथ जश्न मनाने का यह अच्छा समय है। यह भेद भाव करने का नहीं, बल्कि भाईचारे की भावना से आनंदित होने का समय है।
प्रोफेसर एम.एल. गोयल, वाइस चेयरमैन (अकादमिक) ने अशोक चक्रधर की हास्य कविता के साथ कार्यक्रम में रंग भर दिया। सभागार को खूबसूरती से सजाया गया था और वसंत ऋतु के फूलों के माध्यम से रंगों की भावना को जीवंत रूप से प्रदर्शित किया गया था। समारोह में महाराजा अग्रसेन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी व मैनेजमैंट स्टडीज के प्रतिभाशाली कर्मचारियों द्वारा रंगारंग प्रदर्शन, भक्ति भजन, संगीतमय गायन और कविता पाठ देखा गया। उत्सव में गणमान्य व्यक्तियों ने समारोह में भाग लिया। अपनों के साथ रंगों से खेलने की खुशी ने दिल को उत्साह से भर दिया।