कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद अब निकाय चुनाव को लेकर बीजेपी और टीएमसी में पोस्टर वॉर छिड़ गया है। अब टीएमसी के एक पोस्टर को लेकर बवाल मच गया है, इसमें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को मां दुर्गा के रूप में दिखाया गया है तो वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘महिषासुर’ के स्थान पर चित्रित किया गया है। भाजपा के एक नेता ने इसे प्रधानमंत्री और संतान धर्म का अपमान बताते हुए कहा कि पार्टी इस मामले को लेकर चुनाव आयोग से संपर्क करेगी। टीएमसी के विवादित पोस्टर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी देखा जा सकता है, जिन्हें ‘महिषासुर’ की सवारी भैंसे के रूप में दिखाया गया है।
हिंदू पौराणिक कथाओं में एक राक्षस था। वहीं, टीएमसी ने कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) को भी नहीं छोड़ा। टीएमसी ने अपने पोस्टर में कांग्रेस पार्टी को बकरी तो सीपीआईएम को बकरे के रूप में दिखाया है। टीएमसी के इस पोस्टर को लेकर अब पश्चिम बंगाल से लेकर दिल्ली तक बवाल मच गया है। इस पोस्टर पश्चिम बंगाल जिले के मिदनापुर में लगाया गया था। टीएमसी नेता अनिमा साहा जिले के वार्ड नंबर 1 से पार्टी की उम्मीदवार हैं।
पोस्टर में विपक्षी दलों को एक संदेश के साथ बकरियों के रूप में भी दिखाया गया है कि ‘अगर किसी और ने उन्हें (विपक्षी दलों) को वोट दिया, तो उनकी बलि दी जाएगी।’ इससे मिदनापुर जिले में हड़कंप मच गया है। स्थानीय भाजपा नेता विपुल आचार्य ने कहा कि नेताओं को देवता के रूप में दिखाना सनातन धर्म का अपमान है। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का भी अपमान है।
विपुल आचार्य ने कहा कि भाजपा इसकी शिकायत चुनाव आयोग (ईसी) से करेगी। इस बीच, टीएमसी नेता अनिमा साहा ने कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता कि यह पोस्टर किसने लगाया है। उनके मुताबिक गलत काम किया गया है। अनिमा साहा ने कहा, ‘अगर मुझे इस बारे में पता होता तो मैं कभी भी इस तरह के पोस्टर इलाके में नहीं लगने देती।’ पोस्टर को लेकर विवाद तब भी शुरू हो गया जब पश्चिम बंगाल में निकाय चुनाव नजदीक हैं। 108 नगर पालिकाओं के लिए 27 फरवरी को मतदान होगा।