हावड़ा । बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर हावड़ा में एक सामाजिक संस्था सारथी फाउंडेशन का शुभारंभ बिलकुल सादगी से किया गया। संस्था मुख्य रूप से जरूरतमंदों की शिक्षा और सदस्यों के परिवार के रोग-शोक में शारीरिक, वैचारिक और आर्थिक अर्थात तन, मन और धन से मदद करने तथा पीड़ित, वंचित महिलाओं का उत्थान करने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस संस्था की सक्रिय सदस्या संजना गुप्ता ने बताया कि फिलहाल इस संस्था के माध्यम से संस्था से जुड़े कोई भी सदस्य यदि इच्छुक हैं तो, अपने खर्चे से बच्चों के जन्मदिन पर, शादी की सालगिरह या पुण्यतिथि पर जरूरतमंद बच्चों या बुजुर्गो को उपहार/पाठ्य/खाद्य सामग्री दे सकतें हैं और इनके साथ अपनी खुशियां साझा कर सकते हैं।
फिलहाल संस्था से जुड़ने के लिए किसी भी प्रकार की कोई सदस्यता शुल्क नहीं लिया जा रहा है। सिर्फ समाज सेवा करने के इच्छुक लोगों को ही सदस्य बनाया जा रहा है, बिना किसी लिंग, जाति, प्रांत, धर्म के भेद-भाव के। इन्होंने आगे कहा कि अभी संस्था में 60 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है तथा इसे और भी ज्यादा करना है। वक्त गुजरने के साथ संस्था अपने कार्य क्षेत्र को सभी सदस्यों की सहमति से आगे बढ़ाएगी। संस्था आसपास की बस्तियों में रहने वाले बच्चों को पाठ्य सामग्री तथा महिलाओं को स्वरोजगार हेतु प्रेरित करने के लिए योजनाएं चलाएगी। हालाकि संस्था के ज्यादातर सदस्य/सदस्या इस प्रकार के कामों को पहले से ही करते आ रहे हैं अब सारथी फाउंडेशन के बैनर के तहत काम किया जायेगा।
इसी योजना के तहत संस्था के तत्वाधान में आज सोमवार 7 फरवरी को संजय गुप्ता एवं रीना गुप्ता का 29वां वैवाहिक वर्षगांठ वंचित तबके के 29 बच्चों को उपहार व पाठ्य सामग्री दे कर बच्चों के साथ मनाई गई। कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने बच्चों को पढ़ाई के महत्व को समझाया तथा लगभग 2 सालों से कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल बंद होने के कारण घर में छुट्टियां बिता रहे बच्चों को फिर से पढ़ाई में ध्यान लगाने को कहा गया तथा उनके अभिभावकों से भी इस बारे में चर्चा की गई। इस बाबत आने वाली दिक्कतों को संस्था से साझा करने को कहा गया। जिससे कि संस्था समस्याओं के समाधान की दिशा में कुछ कोशिश कर सके। संस्था के सक्रिय सदस्य अभिजीत कुमार ने बताया कि हम लोगों की संस्था अपने सदस्यों या आमंत्रित अतिथियों के स्वागत सत्कार में 1रुपया भी खर्च नहीं करेगी अर्थात जो भी खर्च होगा वह असहाय और वंचित तबके के लिए ही होगा। मतलब संस्था का उद्देश्य सिर्फ सेवा और सेवा है।
संस्था की सक्रिय सदस्या लता गुप्ता ने कहा कि हम लोग अनेक वर्षों से एक सिलाई सेंटर चलाते हैं जिसमें महिलाओं को बहुत ही कम खर्चे में और बिल्कुल असहाय महिला को निशुल्क महिलाओं के वस्त्र सिलाई का काम सिखाया जाता है और बाद में सेंटर से उन्हें काम भी उपलब्ध करवाया जाता है। आज बहुत सारी महिलाएं सेंटर से काम सीख कर काम कर रहीं हैं और आत्मनिर्भर हो चुकी है। सेंटर में काम सीख रही महिला कुमकुम नायक को वृहत्तर कोलकाता प्रादेशिक माहेश्वरी महिला संगठन द्वारा उषा सिलाई मशीन दीपावली पर दिलवाई गई थी। आगे भी हम लोग सारथी फाउंडेशन द्वारा वंचित वर्ग की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में विभिन्न संस्थाओं के सहयोग से कार्य करेंगे और सहायता पहुंचाने का कार्य करते रहेंगे। संस्था की सक्रिय सदस्या पूनम गुप्ता ने बताया कि बहुत जल्द ही हमलोग इन वंचित तबके की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक स्वनिर्भर समूह (self help group) बनाने जा रहे हैं।
आज के कार्यक्रम में उपस्थित थे पंकज प्रसाद गुप्ता, राज कुमार गुप्त, सुनील गुप्ता, पूनम गुप्ता, विनय प्रसाद, मधु गुप्ता, सर्बानी दास, लता गुप्ता, कुमकुम नायक, असीमा मंडल, ममता गुप्ता, सुनयना, अभिजीत कुमार, ऋषि राज तथा कार्यक्रम में उपस्थित बच्चों के अभिभावक। कार्यक्रम का सफल संचालन संजना गुप्ता द्वारा किया गया तथा धन्यवाद ज्ञापन पंकज प्रसाद गुप्ता द्वारा किया गया।
उल्लेखनीय है कि इस संस्था की मीडिया पार्टनर बंगाल की नंबर वन हिंदी न्यूज पोर्टल, कोलकाता हिंदी न्यूज डॉट कॉम (kolkatahindinews.com) है। इसके द्वारा संस्था के सामाजिक गतिविधियों की जानकारी आपको निरंतर प्राप्त होती रहेगी।