मुंबई। आर्थिक सर्वेक्षण में अर्थव्यवस्था के मजबूत रहने के संकेत और दीर्घकालिक विकास को गति देने वाले बजट से उत्साहित निवेशकों की जबरदस्त लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह ढाई प्रतिशत की छलांग लगा चुके शेयर बाजार पर अगले सप्ताह रिजर्व बैंक (आरबीआई) की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा का असर रहेगा। बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1444.59 अंक की उछाल लेकर सप्ताहांत पर 58644.82 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 414.35 अंक चढ़कर 17516.30 अंक पर रहा।
इस दौरान दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की छोटी और मझौली कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई। मिडकैप 563.88 अंक की तेजी लेकर सप्ताहांत पर 24750.61 अंक और स्मॉलकैप 762.4 अंक मजबूत होकर 29702.58 अंक पर पहुंच गया। विश्लेषकों के अनुसार, अगले सप्ताह शेयर बाजार पर घरेलू संकेत हावी रहेंगे। 09 फरवरी को होने वाली आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा एक महत्वपूर्ण कारक होगी। साथ ही कंपनियों के चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही के परिणाम का भी बाजार पर असर देखा जा सकेगा।
इनके अलावा शुक्रवार को आईआईपी के आंकड़े भी जारी होंगे।उनका कहना है कि हालांकि वैश्विक संकेत स्पष्ट नहीं हैं। जहां भू-राजनीतिक स्थिति महत्वपूर्ण है वहीं कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें बाजार के लिए चिंता का प्रमुख कारण है। विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) अभी भी बिकवाली के मूड में हैं और उनका व्यवहार भी शेयर बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।