मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जताया शोक, लगा मंगेशकर की याद में बंगाल में सोमवार को आधे दिन की रहेगी छुट्टी

कोलकाता। स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar ) के निधन पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गयी है। देश के साथ-साथ पश्चिम बंगाल में भी शोक की लहर है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया है। 92 साल की उम्र में लता मंगेशकर ने अंतिम सांस ली। सीएम ममता बनर्जी ने लगा मंगेशकर के निधन पर सोमवार को आधे दिन के अवकाश का ऐलान किया है।

सोमवार को दोपहर दो बजे के बाद सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। बता दें कि लता मंगेशकर लगभग एक महीने से बीमार चल रही थीं। 8 जनवरी को उन्हें कोरोना संक्रमित होने के बाद लता मंगेशकर को मुंबई के ब्रीच क्रैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्हें कोरोना के साथ निमोनिया भी हुआ था। 1 महीने से संघर्ष करने के बाद लता मंगेशकर जिंदगी की जंग हार गई।

सीएम ममता बनर्जी ने शोक जताते हुए कहा, ” महान संगीतकार लता मंगेशकर के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। उन्होंने आज मुंबई में अंतिम सांस ली. वह 92 वर्ष की थीं। उनके मरने के बाद बहुत खालीपन महसूस कर रही हूं. एक किवदंति का निधन हो गया है। संगीतकार और अद्वितीय प्रतिभा की धनी लता मंगेशकर ने आठ दशकों से भी अधिक समय से अपने गायन जादू से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है। उन्होंने हिंदी, मराठी और बंगाली सहित एक अधिक भारतीय और विदेशी भाषाओं में अनगिनत शास्त्रीय, ग़ज़ल, भजन, आधुनिक और सिनेमा के गीत गाए हैं।

उनका बंगाल की संगीत जगत से गहरा नाता था. उन्हें भारत रत्न, पद्म भूषण, पद्म भूषण, दादासाहेब फाल्के पुरस्कार, लीजन ऑफ ऑनर, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, बंगाल फिल्म पत्रकार संघ पुरस्कार सहित कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उनके निधन से संगीत जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। मैं लता मंगेशकर के परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती हूं।”

राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शोक जताते हुए कहा, “सर्वकालिक महान लता मंगेशकर भारत रत्न के निधन पर व्यथित हूं। उनके बाद खालीपन को भरना मुश्किल है। पीढ़ियां उनकी अमर मधुर आवाज के लिए संस्कृति की किंवदंती को हमेशा याद रखेंगी, जो हमेशा लोगों को मंत्रमुग्ध कर देगी।“

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