कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने राज्य के 25 विश्वविद्यालयों में कुलाधिपति की मंजूरी के बिना कुलपतियों की नियुक्ति किये जाने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हुए शनिवार को कहा कि यह शासक का कानून है , न कि कानून का शासन है।धनखड़ ने अपने ट्वीट में कहा, “ शिक्षा की घेराबंदी। शासक का कानून, कानून का शासन नहीं।
सरकार ने 25 विश्वविद्यालयों के लिए कुलपतियों की बिना कुलाधिपति की मंजूरी के नियुक्ति दी।” उन्होंने आगे कहा कि कलकत्ता विश्वविद्यालय की कुलपति सोनाली चक्रवर्ती को बिना किसी चयन के पूरे चार साल का दूसरा कार्यकाल मिला है। गत 17 अगस्त को मुख्यमंत्री को लिखे पत्र का अब तक कोई जवाब नहीं मिला है।