कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने बुधवार को कहा कि मुख्य सचिव एच के द्विवेदी और पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने तीन दिनों में उनके साथ दो निर्धारित बैठकों में शामिल नहीं होकर एक संवैधानिक चूक की है। धनखड़ का बयान तब आया जब राज्य के दो शीर्ष अधिकारी उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुए।
राज्यपाल पुलिस अधिकारियों से यह जानना चाहते थे कि भाजपा के नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी को जनवरी में झारग्राम जिले के नेताई जाने से पुलिस ने क्यों रोका था जबकि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आदेश जारी किया था उन्हें किसी कार्यक्रम में भाग लेने से नहीं रोका जाना चाहिए।
धनखड़ ने ट्वीट किया- 3 दिनों में दूसरी बार शीर्ष अधिकारियों द्वारा कार्रवाई योग्य असंगत संवैधानिक चूक। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों अधिकारियों ने न केवल शीर्ष सेवाओं की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया बल्कि एक बैठक के लिए उनके बार-बार कहने के बावजूद लोकतंत्र के सार का भी उल्लंघन किया।
उन्होंने कहा, सीएस @MamataOfficial, @WBPolice का आचरण प्रतिक्रिया की कमी और गवर्नर के निर्देशों की आदतन अवहेलना से बढ़ा है। संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों की सर्वोच्चता को बनाए रखने के बजाय इन अधिकारियों @IASassociation @IPS_Association ने लोकतंत्र के सार का उल्लंघन किया है। धनखड़ ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि मुख्य सचिव और डीजीपी संवैधानिक खांचे में आ जाएं।