किरण नांदगाँवकर, मध्यप्रदेश। इस बार भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीतने के सपने से गई है। कारण साफ है हमारे तेज़ गेंदबाजों ने पिछले कुछ समय से जिस तरह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में गेंदबाजी कर श्रृंखला जीतवाई है उससे यह उम्मीद और पुख्ता बन गई है। सैंचुरीयन टेस्ट का पहला दिन तो केएल. राहुल के शतक के कारण भारत के नाम रहा था। लेकिन कल पूरा दिन बारिश में धूल गया। जिससे भारत के लक्ष्य को गहरा आघात लगा है लेकिन आज टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय तेज़ गेंदबाजों ने उम्मीद के मुताबिक़ जिस तरह की गेंदबाजी कर दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ १९७ रन ढे़र कर १३० रनों की बढ़त बनाई है।
वह ना केवल प्रशंसनीय है अपितु अब हम बाकी बचें दो दिन में भारत के लिए एक रोमांचक जीत की उम्मीद भी कर सकते है। भारत की पहली पारी से उम्मीद थी की उसके बाकी बल्लेबाज अच्छे खासे रन जोड़कर आज बोर्ड पर स्कोर अच्छा खासा लगाऐंगे। लेकिन सिर्फ ५७ रनों के भीतर भारत ने शेष ७ विकेट गंवा दिए। यह हमारी बल्लेबाजी के लिए चिंता का विषय ही है। केएल. का शतक और मयंक के ६० रन छोडकर हमारी बल्लेबाजी में उल्लेखनीय कुछ भी नहीं रहा है।
आखिर पुजारा, कोहली, रहाणे रन कब बनाऐंगे?? वो तो भला हो हमारे तेज़ गेंदबाजों का जो उन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से ३२७ रन में भी १३० रन कि बढ़त दिला दी। मैने टेस्ट के आगाज़ वाली पोस्ट में ही लिख दिया था की हमारे तेज़ गेंदबाज दक्षिण अफ्रीका की इन स्वींग, सीम, बाऊंस भरी पिचों पर चमत्कार दिखा सकते है। और आज भारतीय तेज़ गेंदबाजों बूमराह, सीराज, शमी ने वहीं कर दिखाया है। अतिरिक्त बाऊंस का फायदा सभी गेंदबाजों ने उठाया है।
मो. शमी ने तो आज एक बार फिर जाहिर कर दिया की वे सीम, बाऊंसी विकेटों के बादशाह है। उनकी ऑफ स्टम्प्स पर पड़ी गेंद जिस तेजी से अंदर आती है या बाहर निकलती है उस पर बड़े-बड़े बल्लेबाज चकमा खा जाते है। आज शमी अपनी शानदार सीम गेंदबाजी से भारतीय टीम को जीत के मुहाने की ओर ले आए है।कल भारतीय टीम को पूरे नब्बे ओवर खेलने मिलेंगे। यदि इन ओवरों में भारत तीन के रन रेट से २७०+ का स्कोर बनाता है तो भारत के पास कुल ४०० रन जमा हो जाऐंगे।
दक्षिण अफ्रीका के लिए अंतिम दिन इन रनों का पिछा करना लगभग नामुमकिन सा हो जाऐंगा। और भारत ने आज जिस तरह आफ्रिकी टीम को लगभग आधे दिन में ही पहली पारी में उखाड़ फेंका है। उम्मीद यहीं की जानी चाहिए की अंतिम दिन भी अफ्रीकी टीम भारतीय तेज़ गेंदबाजों के सामने सरेंडर कर देंगी। बारिश यदि खलल नहीं डालती है तो भारत सैंचुरीयन टेस्ट में जीत के करीब है। 🏏