कोलकाता। कोलकाता के एक वकील ने कुछ दिन पहले फेसबुक में बंगाली समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में त्रिपुरा शाही वंशज और टीआईपीआरए मोथा अध्यक्ष प्रद्योत किशोर देववर्मन को नोटिस भेजा है और उनसे माफी मांगने को कहा गया है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के वकील नृपेंद्र कृष्णा रॉय के मुताबिक देववर्मन ने पूछा था कि नेताजी सुभाष बोस, खुदीराम बोस और सूर्या सेन त्रिपुरा के लिये कैसे प्रासंगिक है। अधिवक्ता रॉय ने नोटिस में कहा कि आपकी बातों से मुझे यही समझ आ रहा है कि आप खुदीराम बोस, सूर्य सेन, नेताजी और अन्य की देशभक्ति की सराहना नहीं करते हैं। आपने भारतीय नौकरशाह को इस तरह परिभाषित किया है, जैसे कि वह त्रिपुरा में बाहरी लोग हों।
उन्होंने नोटिस में कहा गया है कि भारत विरोधी टिप्पणी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 124 के तहत आगे बढ़ने के लिए उत्तरदायी है। आपसे अनुरोध है कि आप कारण बताएं कि आपके खिलाफ धारा 121, 121ए और विशेष रूप से आईपीसी की धारा 124 के तहत देशद्रोह के तहत उचित कार्रवाई क्यों न की जाए और आपके खिलाफ त्रिपुरा के भीतर और बाहर विभिन्न पुलिस थानों में धारा 153, 153ए, 153एए और 153बी के तहत क्यों न प्राथमिकी दर्ज की जाए। इस मामले में अब तक प्रद्योत किशोर देववर्मन ने आरोपों का जवाब नहीं दिया है।