कोलकाता। वार्ड नंबर 22 से भाजपा प्रत्याशी मीना देवी पुरोहित ने आरोप लगाया कि जोड़ाबागान में उन पर हमला किया गया। उनके कपड़े फाड़ दिए गए। वे मतदान केन्द्र के 100 मीटर के दायरे में अवैध सभा का विरोध कर रही थीं उसी समय उन पर हमला किया गया। उन्होने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने गुंडागर्दी की। बंगाल में महिला राज में ही महिला उम्मीदवार ही सुरक्षित नहीं है। कोलकाता नगर निगम के चुनाव शांतिपूर्ण- निष्पक्ष कराए जाने के सत्तारूढ़ दल टीएमसी के शीर्ष नेताओं के बड़े-बड़े दावे रविवार को खोखले साबित हो गए।
मीनादेवी पुरोहित ने टीएमसी कार्यकर्ताओं पल बदसलूकी का आरोप लगाते हुए कहा कि बड़ाबाजार में बाहर से फर्जी वोटर लाए गए, जिन्होने जमकर फर्जी मतदान किया । हमले के बाद पत्रिका से बातचीत में मीनादेवी ने कहा कि जोड़ाबागान में उन पर हमला किया गया। उनके कपड़े फाड दिए।
उन्होंने बताया कि माहेश्वरी भवन के बूथ के 100 मीटर के दायरे में अवैध सभा हो रही थी। जिसका विरोध करने पर उन पर हमला किया गया। इस मामले में उन्होंने शिकायत दर्ज कराई है। फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं हुई। कोलकाता पुलिस मूकदर्शक रही।मीनादेवी ने कहा कि टीएमसी के लोगों ने उनके समर्थकों को मतदान नहीं करने दिया। साथ ही महिलाओं, मीडिया और मतदाताओं को धमकाया गया। उल्लेखनीय है कि प्रवासी राजस्थानी मीनादेवी पिछले 5 साल से वार्ड 22 की पार्षद का दायित्व संभाल रही हैं।