जालौन, उत्तर प्रदेश : प्री प्राइमरी और निपुण भारत मिशन और स्कूल रेडीनेस के अन्तर्गत आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, मुख्य सेविकाओ बेसिक प्राइमरी के स्कूल रेडीनेस प्रोग्राम के अंतर्गत नामित नोडल शिक्षकों के संवर्धन हेतु अर्ली चाइल्ड केअर एडुकेशन (ECCE) कार्यशाला का आयोजन ब्लाक संसाधन केंद्र कुठौंद स्थान मदारीपुर जनपद जालौन उत्तर प्रदेश में 8 दिसम्बर को किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ खंड शिक्षा अधिकारी महेश शर्मा और सीपीडीओ गीता वर्मा द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन से किया गया। प्रथम सत्र में सभी मास्टर ट्रेनर, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों, सुपरवाइजरों बालविकास परियोजना अधिकारी ब्लॉक कुठौंद आदि सभी ने अपना परिचय दिया।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम के बारे में बताया गया। देवेंद्र सिंह ने सत्र का संचालन किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आंगनवाड़ी और परिषदीय विद्यालयों में सामंजस्य स्थापित किया जाना है। कार्यशाला के तीसरे सत्र में बाल वाटिका के बारे में विस्तार से बताया गया। बच्चों को गतिविधियों के माध्यम से पढ़ाये जाने पर जोर दिया गया। कार्यशाला के चौथे सत्र का संचालन दीपक कुमार द्वारा किया गया। इस सत्र में विभिन्न गतिविधियों जैसे बोल भाई कितने, हम बाजार जाएंगे, बकरी का खेल, टनल सुरंग का खेल, दीदी-दीदी किसकी चाल आदि के माध्यम से कार्यशाला को रुचिपूर्ण बनाया गया। सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों और नोडल शिक्षकों ने गतिविधियों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
दोपहर के खाने के बाद पाँचवे सत्र का संचालन डॉ. कमलेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने किया। इस सत्र में सभी प्रतिभागियों द्वारा शिक्षा सहायक सामग्री (TLM) का निर्माण किया गया। इस सत्र में 20 टीएलएम का निर्माण किया गया। छठवें सत्र का संचालन विनय प्रताप ने किया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार उपलब्ध संसाधनों से अपने केंद्रों को सजाया जा सकता है। सप्तम सत्र में खंड शिक्षा अधिकारी महेश शर्मा बताया कि आप केन्द्र का कायाकल्प ग्राम प्रधानों से मिल कर कर सकते है। अपनी कार्य योजना बना कर ग्राम प्रधानों को दे दें ताकि वे अपनी कार्ययोजना में शामिल कर सकें।
सीपीडीओ गीता वर्मा ने कहा कि कार्यशाला में बताये गये दिशा निर्देशों का सभी पालन कर बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दें। कार्यशाला का समापन खंड शिक्षा अधिकारी महेश शर्मा द्वारा किया गया।