कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में उसे कांग्रेस के साथ समन्वय करने में ‘दिलचस्पी नहीं है’, लेकिन वह जनता के हित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर अन्य विपक्षी दलों के साथ सहयोग करेगी। तृणमूल कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पार्टी संभवत: कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा 29 नवंबर को बुलाई गई विपक्ष की बैठक में भी शामिल नहीं होगी। गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के इस बयान से पहले राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने कहा था कि शीतकालीन सत्र में कांग्रेस तृणमूल कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के साथ समन्वय करेगी।
दोनों पार्टियों के तनावपूर्ण संबंधों के बीच तृणमूल कांग्रेस ने कांग्रेस को सलाह दी है कि ‘‘उसे उचित आंतरिक समन्वय स्थापित करना चाहिए और पहले अपने घर को ठीक करना चाहिए। पार्टी के फैसले की जानकारी रखने वाले तृणमूल कांग्रेस के नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘शीतकालीन सत्र में हमें कांग्रेस के साथ समन्वय में कोई दिलचस्पी नहीं है। कांग्रेस नेता पहले अपने बीच समन्वय स्थापित करें। पहले अपना घर ठीक करें फिर दूसरों के साथ समन्वय के बारे में सोचें।’’
यह पूछने पर कि क्या तृणमूल कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ सहयोग करेगी, जन हित में हम विभिन्न मुद्दे उठाएंगे और उनके साथ समन्वय करेंगे। हम संभवत: कांग्रेस द्वारा आहूत विपक्षी दलों की बैठक में भी शामिल नहीं होंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ लड़ाई में कांग्रेस से विमुख होने के संबंध में पूछे गये सवाल पर तृणमूल कांग्रेस के नेता ने कहा, ‘‘उनके नेताओं में भाजपा के खिलाफ लड़ाई को लेकर दृढ़संकल्प की कमी है।’’ तृणमूल कांग्रेस 29 नवंबर को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के आवास पर पार्टी की राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक करेगी।