कोलकाता : कोरोना के बीच दुर्गा पूजा में हुई भारी भीड़ को देखते हुए काली पूजा और जगधात्री पूजा पंडालों में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि काली पूजा, जगधात्री पूजा और कार्तिक पूजा के दौरान किसी भी पंडाल में लोग प्रवेश नहीं कर सकेंगे। हाई कोर्ट ने अपने पिछले साल के निर्देश को बरकरार रखा है। काली पूजा, जगधात्री पूजा या कार्तिक पूजा में दर्शकों की भीड़ पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर आपने मास्क पहना है तो भी प्रवेश करते समय सावधानी बरतनी होगी। कोर्ट ने कहा कि अगर कोविड वैक्सीन की डबल डोज भी ली गई तो भी मंजूरी मिलना काफी नहीं है। कुल मिलाकर, कोर्ट ने दर्शकों की भीड़ पर प्रतिबंध लगा दिया है।
कोरोना के बीच दुर्गा पूजा में हुई भारी भीड़ को देखते हुए काली पूजा और जगधात्री पूजा पंडालों में दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने संबंधी जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया कि काली पूजा, जगधात्री पूजा और कार्तिक पूजा के दौरान किसी भी पंडाल में लोग प्रवेश नहीं कर सकेंगे। न्यायाधीश ने स्पष्ट किया कि मास्क पहने हुए अथवा वैक्सीन की डबल डोज ले चुके लोगों को भी पूजा पंडालों में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। कोर्ट ने कहा कि दुर्गा पूजा के दौरान पंडालों में प्रवेश पर रोक लगाने का जो आदेश गत सात अक्टूबर को हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति इंद्र प्रसन्न मुखर्जी ने दिया था वह अन्य पूजा में भी लागू रहेगा। कोर्ट ने यह भी कहा कि जो लोग काली पूजा, जगधात्री पूजा और कार्तिक पूजा घूमने के लिए निकलेंगे वे हर हाल में मास्क का इस्तेमाल करेंगे और शारीरिक दूरी तथा सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूरी है। प्रशासन कोरोना से बचाव संबंधी प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करेगा।
बता दें कि अजय दे नाम के एक शख्स ने हाईकोर्ट में गत सोमवार को याचिका लगाई थी और कहा था कि ट्रेन चालू नहीं हुई थी फिर भी हाई कोर्ट की रोक के बावजूद दुर्गा पूजा घूमने के लिए लोगों की भारी भीड़ सड़कों पर उतरी थी। अब लोकल ट्रेन चल रही है। ऐसे में काली पूजा, जगधात्री पूजा और अन्य पंडालों में और अधिक भीड़ उमड़ेगी जो कोरोना के तेज संक्रमण के लिए जिम्मेवार हो सकता है। इसी पर सुनवाई करते हुए बुधवार को कोर्ट ने पंडालों में प्रवेश पर रोक लगाई है। पश्चिम बंगाल के हुगली जिला अंतर्गत चंदननगर और आसपास के क्षेत्रों में दुर्गा पूजा से भी भव्य तरीके से जगधात्री पूजा होती है। यहां 50 फीट से भी ऊंची प्रतिमाओं का निर्माण होता है। इन पूजा पंडालों में भी घूमने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है।