हावड़ा : तस्वीर तो आपने देखी ही होगी। यह तस्वीर गंगा घाट की जर्जर स्थिती नहीं बल्कि प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर कर रही है। शिवपुर स्थित लॉन्च घाट काफी जर्जर और बदतर स्थिति में है। अगले कुछ दिनों में आस्था का महापर्व छठ होने को है लेकिन घाट में सीढ़ी के नीचे व आस पास बहुत बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं तथा लोहे के सरिया निकले हुए हैं, जिससे कि कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है।
यह गड्ढे भाटा के वक्त दिख जाते हैं परंतु ज्वार के बाद जब पानी भरा हुआ होता है और इलाके के बाहरी व्यक्ति जिन्हें यह नहीं पता कि वहां कितना बड़ा गड्ढा बना हुआ है अतः वह कभी भी दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। हालांकि लोगों की सचेतनता के लिए उस जगह को बांस से घेर दिया गया है।
गंगा की निर्मलता की गवाही देता कचरे का अंबार : बात सिर्फ जर्जर स्थिती की ही नहीं अपितु यहां बड़ी मात्रा से कचरे का पहाड़ खड़ा हो गया है। घाट के चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। घाट के चारों ओर तथा गंगा में भी फूल, पत्ती, प्लास्टिक सहित अन्य कचरे बिखरे पड़े हैं। कुछ लोग यहां साफ सफाई करने तो आते हैं फिर भी घाटों का ये हाल है। ये सिर्फ यहां की नहीं बल्कि हावड़ा के कई घाटों पर यही आलम आपको देखने को मिलेगा। कमोबेश हावड़ा की सभी घाटों का हाल ऐसा ही है। इसके लिए सिर्फ प्रशासन को जिम्मेदार नहीं ठहरा सकते। एक आम नागरिक होने के नाते हमें भी गंगा घाटों को गंदा करने से बचना चाहिए।
घाटों की जल्द व योजनाबद्ध तारीके से मरम्मत करने की जरूरत : प्रशासन से अनुरोध है की छठ पूजा से पहले युद्ध स्तर पर इन घाटों की मरम्मत और साफ-सफाई करवाएं। हालांकि ऐसा हो पाएगा अब उम्मीद नहीं है क्योंकि छठ पूजा के अब गिनती के दिन बचे हैं। लगता है कि स्थानीय लोग भी जागरूक नहीं है यही वजह है कि प्रशासन भी लापरवाही बरत रहा है। अब क्षेत्र के युवाओं से उम्मीद है कि वे खुद ही अपनी सामाजिक जिम्मेदारी को समझते हुए छठ पूजा से पहले इन घाटों की साफ सफाई कर ले कारण स्वच्छता हम सभी की जिम्मेदारी है। जैसे हम अपने घरों को साफ रखते हैं, उसी तरह गंगा घाट को भी साफ रखना हमारा दायित्व है।
साफ सफाई को आगे आए युवा, करें पहल : अगर हम अपने नहाने की जगह को साफ और स्वच्छ बना दें तो गंगा घाट सचमुच में साफ स्वच्छ और सुंदर हो जाएगा।युवाओं से अपील है कि इस तरह का अभियान अन्य घाटों पर भी चलाया जाए, ताकि छठ पूजा से पहले घाट सूर्य को अर्घ्य देने लायक बन जाए जिला प्रशासन और स्थानीय प्रशासन जल्द से जल्द यहां निश्चित दूरी पर बांस से बैरिकेट कर दे, जिससे कि छठ करने वाले श्रद्धालु आगे नहीं जा सके और होने वाली किसी भी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।