नयी दिल्ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की केंद्रीय समिति की तीन दिवसीय बैठक शुक्रवार को दिल्ली में शुरू हो गई और इसके एजेंडे में आगामी चुनावों में कांग्रेस के साथ सहयोग को लेकर पार्टी की नीति पर चर्चा करना शीर्ष पर होगा। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि पोलित ब्यूरो में कांग्रेस के साथ गठबंधन करने को लेकर मतभेद है।
केरल का गुट भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ क्षेत्रीय दलों के साथ वामपंथी नेतृत्व वाले धर्मनिरपेक्ष गठबंधन पर जोर दे रहा है। उन्होंने बताया कि दूसरी ओर, पश्चिम बंगाल के नेताओं का कहना है कि देश के सबसे बड़े विपक्षी दल के बिना कोई भी गठबंधन अव्यावहारिक होगा। पश्चिम बंगाल के नेताओं ने कहा है कि संपूर्ण राष्ट्रीय स्थिति और राज्यों की चुनावी राजनीति के बीच अंतर है।
केंद्रीय समिति इस मामले पर चर्चा कर सकती है और इस संबंध में ‘पार्टी कांग्रेस’ एक राजनीतिक प्रस्ताव का मसौदा तैयार कर सकती है। सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय समिति हाल में हुए चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन की समीक्षा भी करेगी। 23वीं ‘माकपा पार्टी कांग्रेस’ केरल के कन्नूर में अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी।