जयपुर : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अपनी हालिया घोषणा में कहा कि वह कक्षा VI से ‘वित्तीय साक्षरता कार्यपुस्तिका’ लॉन्च करने के लिए प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों के लिए वेबिनार आयोजित करेगा। पाठ्यक्रम एक वैकल्पिक विषय होगा। इस पहल को आगे बढ़ाते हुए पोदार वर्ल्ड स्कूल अपने पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में ‘वित्तीय साक्षरता’ और ‘उद्यमिता’ की शुरुआत करेंगे। कक्षा III से कक्षा VIII तक के सभी छात्रों के लिए पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा। सीबीएसई भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के सहयोग से ‘वित्तीय साक्षरता’ पर एक छात्र की कार्यपुस्तिका भी लॉन्च करेगा।
पोदार एजुकेशन के चेयरमैन श्री राघव पोदार ने कहा, “छात्रों को कक्षा से वास्तविक दुनिया में आसानी से संक्रमण करने में सक्षम होना चाहिए। बच्चों को 21वीं सदी के जीवन के लिए तैयार करने के लिए उन्हें कम उम्र से ही विकसित करने के लिए वित्तीय साक्षरता एक महत्वपूर्ण कौशल है। हम ग्रेड 3 से वित्तीय साक्षरता और उद्यमिता की शुरुआत करेंगे। इसका उद्देश्य छात्रों को आत्मनिर्भर बनने के लिए तैयार करना, कमाई, प्राथमिकता, निवेश और पैसे बचाने के संबंध में बुद्धिमान, सूचित विकल्प बनाने में सक्षम होना है। वित्तीय साक्षरता के अलावा, पोदार हमारे पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में उद्यमिता भी शुरू कर रहा है, जहां बच्चों को उद्यमशीलता के दिमाग को विकसित करने के लिए अनुभव और केस स्टडी पर हाथ दिया जाएगा।
हमारे देश को केवल नौकरी चाहने वालों को ही नहीं, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले रोजगार सृजक बनाने की जरूरत है। छात्रों को उद्यमशीलता कौशल हासिल करने के लिए सशक्त बनाने से उन्हें कार्य करने, समस्याओं को हल करने, गंभीर रूप से सोचने और अवसरों की तलाश करने और दुनिया में बदलाव लाने में मदद मिलेगी। हम अनुभवात्मक और अनुप्रयोग-आधारित शिक्षा पर जोर देते हैं, जो छात्रों को जिम्मेदार उद्यमी बनने के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण हैं।”
हमने पोदार वर्ल्ड स्कूलों में पहले ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपने पाठ्यक्रम में एक विषय के रूप में लॉन्च कर दिया है, और अब हम अपने पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में वित्तीय साक्षरता, उद्यमिता और वेब डिजाइनिंग को पेश करेंगे।