निप्र, नालंदा : रविवार को नालंदा जिला पान स्वांसी बुनकर संघ के नालन्दा जिला के अंतर्गत रहुई प्रखंड के ग्राम- गोवरिया एवं कुतुबपुर के स्वजाति बंधुओं की एक आम बैठक जितेन्द्र कुमार तांती की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में नालन्दा जिला पान स्वांसी बुनकर संघ के जिला अध्यक्ष शशि भूषण तांती एवं समाज के अनेकों लोग शामिल हुए।
इस बैठक में पंचायत स्तरीय कमिटी का गठन किया गया, जिसमे सर्वसम्मति से कुल 11 कार्यकारी पदाधिकारी एवं सदस्य का चुनाव किया गया। जिसकी सूची इस प्रकार है :-
1. अध्यक्ष – जितेंद्र कुमार
2. सचिव – महेश तांती
3. कोषाध्यक्ष – अवधेश तांती
4. उपाध्यक्ष – धनंजय कुमार
5. उपसचिव – विकास कुमार
तथा छः कार्यकारी सदस्य – अनिता देवी, गीता देवी, शिल्पी देवी, विजेंद्र कुमार, श्यामदेव प्रसाद एवं उमेश कुमार अर्थात कुल 11 कार्यकारिणी सदस्यों को चुना गया।
बिहार के नालंदा जिले की ‘पान-स्वांसी बुनकर संघ’ और इनके अध्यक्ष शशि भूषण तांती इन दिनों बिहार पंचायत चुनावों के मद्देनजर पान समाज की राजनीतिक हिस्सेदारी को मजबूत करने के लिए पंचायत स्तरीय कमिटी का गठन करवा रहे हैं, जिससे कि आजाद भारत में भी अब तक राजनैतिक रूप से उपेक्षित हिंदू बुनकर अर्थात पान-स्वांसी समाज को एकबद्ध करके इनका सामाजिक विकाश किया जा सके।
कारण इस समाज की हालत अब भी काफी सोचनीय है। इनके वोट भी काफी बिखरे हुए हैं अतः इस बुनकर समाज जिसे की पान-स्वांसी के नाम से जाना जाता है और पूरे बिहार में अनुमानतः इनकी आबादी लगभग सात प्रतिशत है। इसके बावजूद यह समाज सर्वदा राजनैतिक रूप से हाशिए पर ही रहा है। जबकि इनसे कम आबादी वाले जातियों के पंचायत से लेकर संसद तक विधायक, पार्षद और सांसद से लेकर संतरी से मंत्री तक भरे पड़े हैं, कारण है इन सभी जातियों की एकजुटता।
जबकि पान-स्वांसी समाज एकजुट नहीं होने के कारण आजादी के 74 सालों बाद भी दयनीय हालत में पड़े हुए हैं। बिहार के नालंदा जिले में इस समाज को एकजुट करने का काम ‘पान-स्वांसी बुनकर संघ’ द्वारा इनके अध्यक्ष शशि भूषण तांती के नेतृत्व मे किया जा रहा है।