#Bengal Coal Scam: तृणमूल महासचिव पार्थ चट्टोपाध्याय को CBI ने किया तलब

Kolkata: कोयला घोटाले की जांच में सीबीआई ने तृणमूल महासचिव और राज्य के उद्योग मंत्री पार्थो चट्टोपाध्याय को बुलाया है। उन्हें 13 सितंबर को CBI के सामने पेश होने का निर्देश दिया है। इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी कथित कोयला घोटाला से जुड़े धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए थे। अभिषेक बनर्जी मध्य दिल्ली के जाम नगर हाउस स्थित केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में सुबह 11 बजे पहुंचे थे।

यहां उन्होंने कहा मैं जांच का सामना करने को तैयार हूं और मैं एजेंसी के साथ सहयोग करूंगा। अधिकारियों ने बताया कि मामले के जांच अधिकारी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत बनर्जी का बयान दर्ज किया। ईडी ने सीबीआई की नवंबर 2020 की एक प्राथमिकी पर गौर करने के बाद पीएमएलए की आपराधिक धाराओं के तहत यह मामला दर्ज किया था। सीबीआई की प्राथमिकी में आसनसोल और उसके आसपास कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपए के कोयला चोरी घोटाले का आरोप लगाया गया है।

ईडी के समक्ष पेश होने के लिए नई दिल्ली रवाना होने से पहले कोलकाता हवाई अड्डे पर अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि एजेंसी अगर किसी भी अवैध लेन-देन में उनकी संलिप्तता को साबित कर दे, तो वह खुद को फांसी पर लटका लेंगे। इस मामले में अनूप माझी उर्फ लाला मुख्य संदिग्ध है। ईडी ने पहले दावा किया था कि अभिषेक बनर्जी इस अवैध व्यापार से प्राप्त धन के लाभार्थी हैं, जबकि उन्होंने इन सभी आरोपों से इनकार किया है।

ईडी ने मामले में अनुप माझी की करीब 165 करोड़ रुपए की संपत्ति, धनशोधन कानून के तहत कुर्क की हुई है। पश्चिम बंगाल में गैर कानूनी तरीके से कोयले का खनन करने के मामले में माझी कथित सरगना है। केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान जारी कर बताया था कि इन संपत्तियों में भूमि, फैक्टरी परिसर, संयंत्र, मशीन और दो कंपनियों- इस्पात दामोदर प्राइवेट लिमिटेड व सोनिक थर्मल प्राइवेट लिमिटेड- की संपत्तियां हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

three × 4 =