हावड़ा, धर्मवीर कुमार सिंह: 5 सितंबर को भारत में टीचर्स डे के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन स्कूलों में तरह-तरह के कार्यक्रम होते हैं और बच्चे टीचर्स बनते हैं। एक शिक्षक का किसी भी छात्र के जीवन में खास महत्व होता है। कहा जाता है कि किसी भी बच्चे के लिए सबसे पहला स्थान उसके माता-पिता और फिर दूसरे स्थान पर शिक्षक का होता है। शिक्षक एक बच्चे के भविष्य में महत्वपूर्ण योगदान देता है। एक शिक्षक के बिना छात्र का जीवन अधूरा रहता है।
लिलुआ के घुघुपारा इलाके में स्थित ऐडमायर इंग्लिश मीडियम स्कूल में भी शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षकों ने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विद्यालय के प्रिंसिपल नरेंद्र केडिया ने कोलकाता हिंदी न्यूज के संवाददाता धर्मवीर कुमार सिंह को जानकारी देते हुए बताया की शिक्षा का हक सभी बच्चों को है। पिछले डेढ़ साल से स्कूल बंद है फिर भी उन्होंने बच्चों के शिक्षा के ऊपर बुरा असर नहीं होने दिया और उनकी शिक्षा को ऑनलाइन माध्यम से जारी रखा है और वह चाहते हैं की स्कूल जल्दी खुल जाए ताकि बच्चे फिर से स्कूल मैं आने लगे और उन्हें पहले के जैसा एक पढ़ाई का वातावरण मिल सके।
इसके साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि इस कोरोना में बहुत सारे लोगों की नौकरिया चली गई है, लोग बेरोजगार हो गए हैं इसलिए जो छात्र फीस देने में असमर्थ हैं उसके लिए वे फीस में भी छूट दिए हैं ताकि बच्चों की पढ़ाई जारी रहे और उन्हें किसी भी प्रकार का इस कोरोना काल में दिक्कत का सामना ना करना पड़े। उन्होंने सभी शिक्षकों को अपने हाथों से इस शिक्षक दिवस के उपलक्ष में उपहार दिया।
शिक्षक दिवस के इस कार्यक्रम को सफल बनाने में हेडमिस्ट्रेस प्रियोमा भट्टाचार्य, जूनियर हेड मिस पापिया दास, मौमिता सरकार दास, रिंपा दे, मिठू चौधरी, आलोक दे, मंदिरा दत्ता, सोमा धारा, प्रतिमा दास, नेहा शर्मा, अपर्णा मित्रा, जया झा, पायल विश्वास, श्रेया शर्मा, पायल भट्टाचार्य और आलोक कुमार दास का विशेष सहयोग रहा।