नयी दिल्ली : देश में एक दिन में कोविड-19 के 25,467 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,24,74,773 हो गई है। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या कम होकर 3,19,551 हो गयी, जो कुल मामलों का 0.98 प्रतिशत है। देश में करीब 156 दिन बाद उपचाराधीन मरीजों की संख्या इतनी कम है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 354 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,35,110 हो गई।
देश में अभी 3,19,551 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 14373 कमी आयी है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.68 प्रतिशत है। देश में अभी तक कुल 50,93,91,792 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 16,47,526 नमूनों की जांच सोमवार को की गई।
आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 1.94 प्रतिशत है, जो पिछले 29 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 1.90 प्रतिशत है, जो पिछले 60 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,17,20,112 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है। देश में सुबह तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 58.89 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार हो गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।
आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में जिन 354 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 105, केरल के 90 और ओडिशा के 68 लोग थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक 4,35,110 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,36,067, कर्नाटक के 37,155, तमिलनाडु के 34,734, दिल्ली के 25,079, उत्तर प्रदेश के 22,792, केरल के 19,584 और पश्चिम बंगाल के 18,371 लोग थे।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।