Kolkata Desk: बंगाल में चुनाव बाद की हिंसा के मामले की CBI ने जांच शुरू कर दी है। CBI की जांच टीम में पूर्वी क्षेत्र के डीआईजी अखिलेश कुमार सिंह के अलावा सीबीआई के चार संयुक्त निदेशक शामिल हैं। सीबीआई पहले ही चार संयुक्त निदेशकों के नेतृत्व में चार विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर चुकी है। इन चारों टीमों में कुल 30 अधिकारी हैं। सीबीआई अधिकारियों ने मृतक भाजपा कार्यकर्ता के परिवार से की पूछताछ।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार CBI ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव बाद हिंसा के मामले की जांच शुरू कर दी है। चुनाव के बाद हुई हिंसा की जांच के लिए सीबीआई की टीम के सदस्य मारे गए भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के बेलियाघाटा स्थित घर गए थे और उनके परिवार के सदस्यों से पूछताछ की। उल्लेखनीय है कि अभिजीत सरकार की हत्या के आरोप फिलहाल उच्च न्यायालय में भी विचाराधीन है।
ज्ञातव्य है कि बंगाल में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या कर दी गई थी। कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया था कि वह “चुनाव के बाद की हिंसा” का शिकार हुए हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि अभिजीत को पीट-पीटकर मार डाला गया। सीबीआई जांच शुरू करने के बाद सबसे पहले सोमवार को अभिजीत सरकार के ही घर गए और मारे गए भाजपा कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई।
बेलियाघाटा में अभिजीत सरकार के परिवार से बात करने के अलावा सोमवार को अभिजीत के भाई को सीबीआई मुख्यालय, सीजीओ कॉम्प्लेक्स बुलाया गया है। सूत्रों का कहना है कि उससे विशेष अपराध शाखा के कार्यालय में पूछताछ की जा रही है। सीबीआई ने हाईकोर्ट के निर्देश पर राज्य में ‘चुनाव के बाद हुई हिंसा’ की जांच कर रही है। उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार सीबीआई हत्या, हत्या के प्रयास और बलात्कार के गंभीर आरोपों की जांच करेगा, जबकि चार आईपीएस अधिकारियों की अध्यक्षता में विशेष जांच दल या एसआईटी अपेक्षाकृत कम गंभीर आरोपों की जांच करेगी।
CBI ने सोमवार से राज्य में चुनाव के बाद की हिंसा के आरोपों को चार जोन में बांटा है। सीबीआई के संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी कोलकाता आए हैं और पहले दिन उन्होंने अभिजीत के मामले की जांच शुरू कर दी हैं। सीबीआई की जांच टीम में पूर्वी क्षेत्र के डीआईजी अखिलेश कुमार सिंह के अलावा सीबीआई के चार संयुक्त निदेशक शामिल हैं। सीबीआई पहले ही शुक्रवार को चार संयुक्त निदेशकों के नेतृत्व में चार विशेष जांच दल (SIT) का गठन कर चुकी है। इन चारों टीमों में कुल 30 अधिकारी हैं।