कोलकाता। पश्चिम बंगाल संयुक्त प्रवेश परीक्षा (डब्ल्यूबीजेईई) के घोषित परिणाम में राज्य और बाहर के 65,170 परीक्षार्थियों में से लगभग 99.5 प्रतिशत ने सफलता हासिल की। सफल परीक्षार्थी राज्य के संस्थानों में इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर और फार्मेसी में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन कर सकेंगे।
डब्ल्यूबीजेईई बोर्ड के अध्यक्ष मलयेंदु साहा ने बताया कि 64,850 सफल परीक्षार्थियों की 115 सरकारी या निजी संस्थानों में दाखिले के लिये काउंसलिंग 13 अगस्त से शुरू होगी और 11 सितंबर को समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सफल परीक्षार्थियों में 74 फीसदी लड़के और 26 फीसदी लड़कियां हैं।
साहा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कुल मिलाकर 92,695 परीक्षार्थियों ने डब्ल्यूबीजेईई के लिए पंजीकरण कराया था और उनमें से 71 प्रतिशत (65,170) ने परीक्षा दी थी। राज्य में इस साल पहली बार कोई ऑफलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी।।
उन्होंने कहा कि सफल परीक्षार्थियों में 23 फीसदी पश्चिम बंगाल से बाहर के हैं। रहारा रामकृष्ण मिशन बाल गृह उच्चतर विद्यालय के पांचजन्य डे ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि बांकुड़ा जिला स्कूल के सौम्यजीत दत्ता दूसरे स्थान पर रहे। साहा ने बताया कि शांतिपुर म्युनिसिपल हाई स्कूल के ब्रैतिन मंडल ने परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया।
वे स्कूल जहां से शीर्ष तीन छात्र आए हैं, वे पश्चिम बंगाल काउंसिल ऑफ हायर सेकेंडरी एजुकेशन (डब्ल्यूबीसीएचएसई) के अंतर्गत आते हैं। साहा ने कहा कि डब्ल्यूबीजेईई के 34,217 सफल परीक्षार्थी डब्ल्यूबीसीएचएसई के हैं जबकि बाकी अन्य बोर्ड के थे। परीक्षा 17 जुलाई को राज्य भर के 274 केंद्रों पर ऑफलाइन आयोजित की गई थी।