कोलकाता: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने उपचुनाव को लेकर एक बार फिर से राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। सीएम ममता पर तंज कसते हुए दिलीप घोष ने कहा कि लोकल ट्रेन चलाने के लिए समस्याएं हैं, लेकिन उपचुनाव कराने के लिए कोई दिक्कत नहीं है।
दिलीप के मुताबिक ममता बनर्जी अपना मुख्यमंत्री पद बरकरार रखने के लिए जल्द से जल्द उपचुनाव की राह पर चलने की कोशिश कर रही हैं। हालांकि टीएमसी कई बार दावा कर चुकी है कि मुख्य चुनाव के समय संक्रमण दर अपने चरम पर था। अब वह स्थिति पर नियंत्रण है। इसलिए मतदान में कोई बाधा नहीं होनी चाहिए।
शनिवार सुबह इको पार्क में मॉर्निंग वॉक के लिए पहुंचे दिलीप घोष ने कहा कि उपचुनाव होना चाहिए। मुझे लगता है कि यह नियत समय में होगा। बंगाल में व्यावहारिक रूप से लॉकडाउन चल रहा है। नगर निगम का वोट दो साल से अटका हुआ है। लेकिन मुख्यमंत्री खाली उपचुनाव की बात कर रही हैं। अगर उन्हें लगता है कि स्थिति सामान्य हो गई है, तो प्रतिबंध हटा दें। दरअसल, वह खुद मुख्यमंत्री होंगी इसलिए वह उपचुनाव को लेकर इतने मुखर हैं।
गौरतलब हो कि राज्य में सात विधानसभा केंद्रों पर उपचुनाव लंबित हैं। जिनमें से एक है भवानीपुर। क्योंकि, यहां तृणमूल की संभावित उम्मीदवार राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद हैं। नंदीग्राम में हार के बाद छह महीने के भीतर मुख्यमंत्री को किसी एक विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल करनी होगी। इसी सिलसिले में ममता बनर्जी ने आयोग से जल्द उपचुनाव कराने की अपील की थी। उन्होंने दावा किया कि राज्य में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है। ऐसे में उपचुनाव कराया जा सकता है।
इससे पहले शुवेंदु अधिकारी को भी इसी मुद्दे तंज कसते हुए सुना गया था। उन्होंने यह भी कहा कि कायरतापूर्ण स्थिति और टीकाकरण के अंत तक राज्य में उपचुनाव की स्थिति नहीं है। शुवेंदु ने सवाल उठाया, ”जो लोकल ट्रेन नहीं चला सकते वो वोट क्यों करवाना चाह रहे हैं?” हालांकि तृणमूल ने दावा किया है कि मुख्य विधानसभा चुनाव के दौरान की स्थिति अब की तुलना में अधिक खराब थी। ऐसे में उपचुनाव कराने में अभी कोई समस्या नहीं है।