कोलकाता: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज फर्जी वैक्सीन मामले में केस दर्ज करने जा रही है। दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद ईडी ने मामला दर्ज करने की पहल की है। सूत्रों के मुताबिक ईसीआईआर दाखिल होने के बाद ईडी मुख्य आरोपी देबांजन देब को अपनी हिरासत में लेने के लिए आवेदन करेगी। क्या वैक्सीन मामले के आरोपियों ने किसी अदालत में जमानत के लिए आवेदन किया है, इसकी जांच की जा रही है। न केवल वैक्सीन के मामले, बल्कि RAMDCV की कालाबाजारी और ऑक्सीजन सिलेंडरों की कालाबाजारी को भी ECIR यानी एनफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट में भेजा जाएगा।
गौरतलब हो कि 29 जून को ईडी ने लालबाजार पुलिस मुख्यालय से देबांजन के मामले से जुड़े दस्तावेज मांगे थे। ईडी के अधिकारी जानना चाहते थे कि देबांजन के खिलाफ अब तक कितनी एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं। लालबाजार से एफआईआर की सभी कॉपी मांगी गई है। अन्य कई विषयों के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। ईडी ने देबांजन के कसबा कार्यालय की भी तलाशी ली।
जनहित और जन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए ईडी मुख्यालय ने वैक्सीन मामले की जांच के आदेश दिए हैं। फर्जी कारोबार के अलावा सभी पहलुओं पर गौर करेगा कि कलकत्ता नगर निगम के संयुक्त आयुक्त बनकल देबांजन ने कितना पैसा लुटा। पैसा कहां से आया और कहां गया। ईडी के अधिकारी इस बात पर भी नजर रखेंगे कि कई निजी कंपनियों को नकली वैक्सीन बेचकर कमाए गए पैसे को कहां निवेश किया जाता है और कैसे खर्च किया जाता है।