राष्ट्रीय कामधेनु आयोग द्वारा आयोजित वर्चुअल राष्ट्रीय सेमिनार सम्पन्न

काली दास पांडेय, मुंबई। राष्ट्रीय कामधेनु आयोग, भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय और गऊ भारत भारती के संयुक्त तत्वाधान में एक वर्चुअल राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन मुम्बई में सम्पन हुआ। 21 जून को सुबह 11.30 बजे से आयोजित इस राष्ट्रीय वर्चुअल सेमिनार में देश भर की गौशाला और गौवंश के रक्षण और संवर्धन में लगे संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि गिरिराज सिंह (केंद्रीय मंत्री मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार) तथा विशेष अतिथि प्रताप सारंगी (केन्द्रीय राज्यमंत्री, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी भारत सरकार) व संजीव बालियान (राज्यमंत्री, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार) शामिल रहे।

”गौशालाओं का सतत प्रबंधन और गाय के गोबर के परिप्रेक्ष्य में बर्बादी से आबादी की तरफ बढ़ता ग्रामीण भारत” विषय पर आयोजित इस वर्चुअल सेमिनार में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह द्वारा मुम्बई से भाग लेने वाले युवाओ को गौ वंश सुरक्षा और पर्यावरण की रक्षा के लिए शपथ दिलवाया गया।

अतुल चतुर्वेदी (सचिव, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार) और डॉ. ओ.पी. चौधरी (अध्यक्ष भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड) के मार्गदर्शन में आयोजित इस वर्चुअल सेमिनार में मुख्य रूप से डॉ. महेंद्र कुमार गर्ग (पीएचडी, तकनीकी सलाहकार राष्ट्रीय कामधेनु आयोग भारत सरकार) डॉ. अंबुज, (बरुनी डेयरी, बिहार राज्य) डॉ. संतोष सहाने (पीएचडी, पूर्व सीईओ) भाग्यलक्ष्मी डेयरी, (सलाहकार- कृषि व्यवसाय विकास) राजेश मेहता (प्रमुख ट्रस्टी गौ रक्षक सेवा ट्रस्ट मुम्बई) आदि वक्ताओं ने राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के उद्देश्यों व क्रियाकलापों पर विस्तृत चर्चा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि आज के दौर में भारत की सभी गौशाला को स्वालम्बन की ओर बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है।

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