उमेश तिवारी, हावड़ा। Kolkata Desk : शाम तक तो यश का तांडव हावड़ा में देखने को नहीं मिला था। परन्तु सहकारिता मंत्री अरूप राय गंगा किनारे रहनेवालों लोगों का हालचाल जानने जरूर पहुंचे। उन्होंने उस राहत शिविर का भी दौरा किया जहां लोगों को ठहराया गया था। वे सुबह 10 बजे रामकृष्णपुर घाट पहुंचे। उनके साथ हावड़ा सिटी पुलिस के डीसी ट्रैफिक दियुतिमान भट्टाचार्य थे।
अरूप राय ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले से ही सुरक्षा का उपाय कर लिया है। रेलवे, बिजली विभाग, निगम सहित कई एजेंसियां लोगों की सुरक्षा व्यवस्था में लगी हुई है। उन्होंने बताया कि 16 सेल्टर होम हावड़ा में बनाये गये हैं, जहां लोगों की देखभाल की जा रही है। याश के गुजर जाने के बाद लोगों को अपने-अपने घरों में जाने दिया जायेगा।
रामकृष्णपुर घाट पर एनडीआरएफ
किसी भी अनहोनी घटना से निपटने के लिए NDRF एनडीआरएफ की एक टीम रामकृष्णपुर घाट पर भी उपस्थित थी। वे लोगों को बार-बार गंगा में नहीं उतरने को लेकर अगाह कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर गंगा के रौद्र रूप आज देखने को मिला। 12 बजते ही नदी का पानी ज्वार के कारण रास्ते पर आ गया था। हालांकि एनडीआरएफ के जवान पूरी तरह से अलर्ट पर थे।
पुलिस ने कम्युनिटी किचन का लिया जायजा हावड़ा सिटी पुलिस ने मध्य हावड़ा के तेलकल घाट में बनाये गये कम्युनिटी किचन का भी जायजा लिया। इस मौके पर हावड़ा थाना के अधिकारी सुशांत चट्टोपाध्याय ने किचन का संचालन करनेवाले वार्ड 29 के पूर्व पार्षद शैलेश राय के साथ मिलकर एक राहत शिविर में लोगों को भोजन भी कराया।
इस मौके पर शैलेश राय ने बताया कि वार्ड 29 में किसी को भी भूखा नहीं रखा जायेगा। उन्होंने बताया कि आज 700 से ज्यादा लोगों तक भोजन पहुंचाया गया। इसके अलावा हावड़ा नगर निगम परिसर में रहनेवाले 11 परिवारों में तिरपाल भी बांटे गये। वार्ड 29 में तीन स्थानों में राहत शिविर बनाये गये हैं। जहां कई परिवारों को रखा गया है और उनके भोजन की व्यवस्था की गई है।