कोरोना के साथ ही एक समस्या जो कई लोगों में देखने में आ रही है वो है श्वास नली में सूजन। इसको लेकर लोग बहुत घबरा रहे हैं लेकिन श्वास नली में सूजन कोई आज की समस्या नहीं है। यह बहुत पुरानी समस्या है और जिसको आसानी से ठीक भी किया जा सकता है। इस स्थिति को ब्रॉन्कायटिस भी कहते है। इसमें फेफड़ों के अंदर स्थित श्वास की नलियों की सूजन व मियादी इंफेक्शन है।
सांस नली में सूजन होने पर कई बार सीने में भारीपन महसूस होने लगता है और दर्द सा भी महसूस होता है। कई लोगों को यह समस्या लंबे समय से चली आ रही होती है। ऐसे में कुछ आयुर्वेदिक उपायों को आजमाकर इस समस्या से धीरे-धीरे ही सही पर राहत पाई जा सकती है।
प्याज श्वास नली में सूजन आने पर प्याज का उपाय बहुत पुराना है। इसे आजमाने पर राहत भी मिलती है। यदि श्वास नली में सूजन की समस्या पुरानी है तो मिक्सर में प्याज को पीसकर इसका रस निकाल लें एवं मिश्री मिलाकर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में इसका सेवन करें और बुजुर्गों को यदि ये समस्या हो रही है तो रस का सेवन करने की बजाय प्याज को सब्जी के रूप में बनाकर खाना चाहिए।
ऐसा करने से श्वास नली की सूजन कम होने लगती है। सोंठ श्वास नली में आई सूजन को कम करने के लिए सोंठ और काली मिर्च को पीस लें और इसमें हल्दी पाउडर मिला लें। तीनों को बराबर मात्रा में लेकर मिला लें। इस मिश्रण को दिन में दो बार लें। एक बार में आधा चम्मच पाउडर लेकर ऊपर से गर्म पानी पी लें।
एक सप्ताह तक यदि नियमित रूप से इसका सेवन करेंगे तो अपने आप ही श्वास नली में सूजन और दर्द की समस्या कम होने लगेगी। इस मिश्रण को रोज एक तय समय पर लेने का नियम बना लें। पान पान के रस का सेवन भी श्वसन नली में होने वाली सूजन की समस्या से राहत दिलाता है।
गर्मियों में इसका सेवन किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं करता है। पान के रस में थोड़ा शहद मिलाएं और इसको पी लें। याद रखें कि शहद की मात्रा बहुत अधिक नहीं होना चाहिए, शहद उतना ही हो कि रस का स्वाद बदल जाए। इसका दिन में दो बार सेवन जरूर करें।
हल्दी वाला दूध पीएं हल्दी में एंटी इंफ्लैमटोरी यानी सूजनरोधी गुण होते है जो कफ की समस्या से निजात दिलाते है और ब्रोंकाइटिस का मुख्य कारण कफ ही होता है। ऐसे में एक गिलास दूध में एक चौथाई चम्मच हल्दी डालकर उबाल लें और इसे दिन में दो बार सुबह और रात को सोने से पहले लें।