जैसे – जैसे बंगाल समेत 5 राज्यो में चुनाव समाप्ति की ओर है वैसे ही कोरोना अपने पैर तेजी से पसारता नजर आ रहा है । लेकिन चुनाव वाले राज्यो में आंकड़ा बहुत ही कम नजर आ रहा है । इसमें भगवान की मेहरबानी समझें या हमारे देश के नेताओ का कमाल, ये भी आश्चर्य जनक बात है। बंगाल में भी ये आंकड़ा दूसरो राज्यो के मुताबिक फिलहाल बहुत ही कम नजर अा रहा है। चारों तरफ जोर शोर से चुनाव प्रचार हो रहे है।
एक दिन में नेताओ द्वारा एक साथ 4-5 रैली भी हो रही है जिसमे ना जाने कितने लोग इस भीड़ में शामिल हो रहे है । लेकिन ठीक इसके विपरीत तरफ दूसरे राज्यो में लॉकडाउन जैसी परिस्थिति देखने को मिल रही है। बंगाल में दूसरे राज्यो के मुताबिक अभी भी कोविड परीक्षण की गति काफी धीमी है।
अभी भी बंगाल में कॉविड की रिपोर्ट आने में 3-4 दिन का समय लग रहा है । मेरे परिचित एक महिला की मृत्यु शनिवार संध्या हुई थी जिसके बाद डॉक्टरों द्वारा कोविड जांच के लिए कहा गया । और उसके 2 दिन गुजर जाने के बाद भी रिपोर्ट नहीं आया है । अगर ये परिस्थिति बंगाल में निरंतर चलती रही तो प्रदेश
को आने वाले दिनों में और भी विकट परिस्थिति का सामना कर पड़ सकता है। अगर ऐसी ही परिस्थिति सामान्य व्यक्ति की रिपोर्ट आने में लगे तो उस व्यक्ति और उसके परिवार की चिंता के तनाव चरम पर जा पहुंचेगा । राज्यो के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को चुनाव प्रचार से ज्यादा अस्पतालों और कोरॉना के संक्रमण को रोकने में ध्यान लगाना चाहिए।