कोलकाता। Bengal Election : कोलकाता में कोरोना महामारी के तेजी से बढ़ते मामलों ने आम लोगों के साथ नेताओं को भी हिलाकर रख दिया है। महामारी के बढ़ते प्रसार को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में सभी बड़ी रैलियों को रद्द कर दिया है और जिलों में होने वाली रैलियों के समय को कम कर दिया है। उन्होंने कोलकाता के कुछ हिस्सों में अपने पार्टी के सहयोगियों से अपने अभियान को कम करने का भी आग्रह किया है, जहां अगले दो चरणों में 26 और 29 अप्रैल को मतदान होंगे।
तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, “ममता बनर्जी अब कोलकाता में चुनाव प्रचार नहीं करेंगी। 26 अप्रैल को शहर में चुनाव प्रचार के अंतिम दिन केवल एक प्रतीकात्मक बैठक करेंगी। सभी जिलों में उनकी चुनावी रैलियों का समय भी कम कर दिया गया है।”
मुख्यमंत्री ने भी कहा कि वह इस महीने की 26 तारीख को कोलकाता की बीडन स्ट्रीट में प्रतीकात्मक रैली करेंगी। कोलकाता में कई सीटों पर चुनाव 26 और 29 को सातवें और आठवें चरण में होंगे। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव अलपोन बंदोपाध्याय को राज्य में बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए सभी उपाय करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, “पूरे भारत में कोविड- 19 के मामलों में भारी उछाल के साथ बंगाल अपने लोगों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है। मैंने अतिरिक्त दवाओं और आवश्यक टीकों के साथ हमारी मदद करने के लिए पीएम से मांग की है।
मैंने सभी शीर्ष अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि कोविड- 19 से निपटने के लिए हर स्तर पर विस्तृत व्यवस्था करें और अपने प्रयासों को आगे बढ़ाएं। बता दें कि रविवार को ममता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अधिक वैक्सीन की खुराक, रेमेडीसविर और टोसिलिजाबम दवाओं की निरंतर आपूर्ति और जल्द से जल्द ऑक्सीजन की आपूर्ति का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने तीन क्षेत्रों की पहचान की जिसमें उन्होंने कहा कि युद्ध स्तर पर महामारी से निपटने के लिए हमारी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पीएम के हस्तक्षेप की आवश्यकता है। ममता ने कहा कि बंगाल टीकाकरण कार्यक्रम के शुरूआती चरणों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों में से एक था। ममता ने कहा कि उनकी सरकार की कोई गलती नहीं है। उन्होंने देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों पर पीएम मोदी के इस्तीफे की भी मांग की।